मुंबई के घाटकोपर इलाके से एक मामला सामने आया, जिसने सबको अंदर तक हिला दिया। 10वीं की छात्रा अचानक क्लास में रोने लगी, और अपनी शिक्षिका को बताया कि अप्रैल 2025 से उसकी मां, और पड़ोसी उसे जबरन गलत कामों में डाल रहे थे। विरोध करने पर उसे धमकाया जाता था, और चुप रहने के लिए मजबूर किया जाता था।
लड़की ने कहा कि कई बार वह डर और मजबूरी में घर छोड़कर अपनी सहेली के पास छिप जाती थी, और तीन दिन वहीं बिताती थी। लेकिन घर लौटने पर अत्याचार फिर से शुरू हो जाता था। उसे लगातार मानसिक और आर्थिक शोषण सहना पड़ता था, और पैसे के लिए गलत लोगों के पास भेजा जाता था।
शिक्षिका ने तुरंत स्कूल प्रशासन और पुलिस को इस बारे में बताया, और नाबालिग की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए। घाटकोपर पुलिस ने मामला गंभीर मानते हुए FIR दर्ज की, और लड़की की मां और पड़ोसी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस फिलहाल मामले की गहन जांच कर रही है, और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की तैयारी कर रही है।
स्कूल प्रशासन और शिक्षिका ने इस घटना को गंभीरता से लिया, और कहा कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना समाज की जिम्मेदारी है, और परिवार में हिंसा पर समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
