भारत की सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिल गई है । लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई अब अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत भेजा जा रहा है । लंबे समय से वह भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में था । अब उसके बुधवार को दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई जा रही है ।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने यह जानकारी दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी के परिवार को ईमेल के जरिए दी है । पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला अनमोल 2021 में फर्जी पासपोर्ट बनाकर भारत से बाहर निकल गया था । पहले नेपाल गया । फिर दुबई और केन्या होते हुए वह अमेरिका पहुंचा । अप्रैल 2023 में उसे आखिरी बार कैलिफोर्निया के बेकर्सफील्ड में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में देखा गया था । इसके बाद आईसीई ने उसे फर्जी पासपोर्ट के आधार पर पकड़कर आयोवा की पोटावाटामी जेल में रख दिया था ।
बाबा सिद्दीकी के बेटे और कांग्रेस के पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने बताया कि उनका परिवार अमेरिका की कई एजेंसियों में विक्टिम के तौर पर रजिस्टर्ड था । उन्हें लगातार अपडेट मिलते रहे । 18 नवंबर को उन्हें बताया गया कि अनमोल को अमेरिकी जमीन से हटा दिया गया है । जीशान का कहना है कि अब मुंबई पुलिस को यह जांच करनी चाहिए कि उनके पिता की हत्या का असली कारण क्या था । और सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग में उसकी क्या भूमिका थी ।
अनमोल पर भारत में 18 से ज्यादा गंभीर मामलों में आरोप लगे हैं । अक्टूबर 2024 में बाबा सिद्दीकी की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था । सलमान खान के बांद्रा स्थित घर पर हुई फायरिंग और सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश में भी उसका कनेक्शन बताया गया है । एजेंसियों के अनुसार वह विदेश बैठकर गिरोह का संचालन करता रहा है ।
उस पर काले धन के नेटवर्क से लेकर ड्रग्स तस्करी , हथियार सप्लाई , धमकी , वसूली और अलग अलग राज्यों में टार्गेट किलिंग तक में शामिल होने के आरोप हैं । एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अनमोल बिश्नोई लॉरेंस का प्रमुख विदेशी एजेंट था । एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए गिरोह को निर्देश देता था । और पश्चिम एशिया , पूर्वी अफ्रीका और उत्तर अमेरिका के अपराधी नेटवर्क से संपर्क जोड़ रहा था । अधिकारी ने कहा कि उसकी वापसी से बिश्नोई गिरोह के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और कई मामलों में बड़े खुलासे हो सकते हैं ।
एनआईए की चार्जशीट में बताया गया है कि अनमोल और गोल्डी बराड़ अमेरिका से गैंग की फाइनेंशियल और लॉजिस्टिक गतिविधियों को देखते थे । और कई प्रो खालिस्तान समूहों से जुड़े लोगों के लगातार संपर्क में थे । ड्रग्स और हथियार तस्करी , बड़ी वसूली और टार्गेट किलिंग के जरिए वे पैसा जुटाते थे । एनआईए ने अनमोल पर दस लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है । अब उसके भारत लौटते ही एजेंसी उसकी कस्टडी लेने की तैयारी में है ।
