अल्मोड़ा में आयोजित हुआ भूकंप मॉक ड्रिल: पांच जगह एकसाथ रेस्क्यू ऑपरेशन

अल्मोड़ा, 15 नवंबर 2025 अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने आज भूकंप जैसी आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए बड़े स्तर पर भूकंप मॉक…

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अल्मोड़ा, 15 नवंबर 2025

अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने आज भूकंप जैसी आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए बड़े स्तर पर भूकंप मॉक ड्रिल आयोजित की। मॉक ड्रिल में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, फायर सर्विस, एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन टीमें और सभी संबंधित विभागों ने मिलकर रियल सिचुएशन की तरह रेस्क्यू, खोज और राहत कार्यों का अभ्यास किया।


ड्रिल के लिए पांच जगहों—RCM मॉल, विशाल मेगा मार्ट, पिटकुल पावर हाउस पांडेखोला, जिला अस्पताल और आंगनबाड़ी केंद्र (हुक्का क्लब)—को प्रभावित क्षेत्र मानकर पूरे घटनाक्रम को वास्तविक रूप देकर परखा गया।


RCM मॉल में सुबह 10:01 बजे भूकंप के झटके मानकर कुछ लोगों के घायल होने और कुछ की काल्पनिक मृत्यु की स्थिति बनाई गई। यहां इंसीडेंट कमांडर तहसीलदार रानीखेत दीपिका आर्य ने अपनी टीम के साथ तुरंत राहत कार्य शुरू किया।


विशाल मेगा मार्ट में भी कुछ लोगों के फंसने की सूचना पर टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जहां कमान तहसीलदार अल्मोड़ा ज्योति धापवाल के पास रही। जिला अस्पताल में भूकंप के कारण उपकरण गिरने, वार्डों को नुकसान और मरीजों के घायल होने की काल्पनिक स्थिति के बाद इंसीडेंट कमांडर तहसीलदार भिकियासैंण रवि शाह ने रेस्क्यू की जिम्मेदारी संभाली।


पिटकुल पावर हाउस पांडेखोला को इस मॉक ड्रिल में पूरी तरह क्षतिग्रस्त मानकर बिजली बाधित होने की स्थिति बनाई गई, जहां तहसीलदार सल्ट आबिद अली ने अपनी टीम के साथ तत्काल कार्रवाई की। हुक्का क्लब स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में भी बच्चों और कार्यकर्ता के फंसे होने की काल्पनिक सूचना पर तहसीलदार सोमेश्वर नेहा धपोला ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों का संचालन किया।


सभी घटनाओं की सूचना मिलते ही मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और आईआरएस सिस्टम को तुरंत सक्रिय किया। कंट्रोल रूम से सभी इंसीडेंट कमांडरों को घटना-वार निर्देश भेजे गए और टीमें तुरंत मौके पर रवाना की गई।


एसडीआरएफ, पुलिस, सेना, आईटीबीपी, एसएसबी, होमगार्ड, एनसीसी, फॉरेस्ट तथा जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों ने तेजी से रेस्क्यू, प्राथमिक इलाज और सुरक्षित निकासी की कार्रवाई की।


मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा ने कहा कि इस तरह के अभ्यास आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और विभागों के बीच तालमेल बढ़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि आगे भी समय-समय पर इसी तरह के अभ्यास कर जिले को और सक्षम बनाया जाएगा। इस मॉक ड्रिल में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नवीन चंद्र तिवारी, अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र, पुलिस उपाधीक्षक जीडी जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल, जिला विकास अधिकारी एसके पंत समेत अन्य अधिकारियों ने अपनी भूमिका निभाई।