श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में बीती रात हुआ तेज धमाका शुरुआत में हर किसी को दहशत में डाल गया था। कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई थीं लेकिन आज जम्मू कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने साफ कर दिया कि यह कोई हमला नहीं था। ना ही इसमें किसी साजिश की बू मिली है। यह पूरी घटना एक दुखद हादसे के रूप में सामने आई है।
डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिस वक्त यह विस्फोट हुआ उस समय एफएसएल की टीम थाने में रखी जब्त सामग्री की जांच कर रही थी। कुछ दिन पहले फरीदाबाद से बड़ी मात्रा में रसायन और विस्फोटक जैसे सामान पकड़ा गया था। इन्हें जांच के लिए नौगाम थाना लाया गया था। पिछले दो दिनों से टीम इन खतरनाक रसायनों के नमूने लेने का काम कर रही थी।
रात करीब ग्यारह बजकर बीस मिनट पर नमूना लेने की प्रक्रिया के बीच अचानक जोरदार धमाका हो गया। थाने के भीतर मौजूद पुलिसकर्मी और एफएसएल टीम के सदस्य इसमें बुरी तरह प्रभावित हुए। डीजीपी नलिन प्रभात ने साफ कहा कि किसी बाहरी हाथ का कोई सुराग नहीं मिला है। यह विस्फोट इन्हीं रसायनों की संवेदनशील प्रकृति के कारण हुआ।
इस हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। बत्तीस से ज्यादा लोग घायल हैं। राहत और मलबा हटाने का काम जारी है। अधिकारी मान रहे हैं कि अंदर का मलबा पूरी तरह हटने पर संख्या में बदलाव संभव है। इस समय पूरी जांच इसी बात पर टिक गई है कि आखिर नमूना लेते समय कौन सी चूक हुई जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया।
