रानीखेत सहित पूर्व घोषित चारों जिलों को‌ अस्तित्व में लाने की मांग, रानीखेत विकास समिति ने सीएम को भेजा ज्ञापन

घोषित जिलों को‌ अस्तित्व में लाने हेतु राज्य स्थापना रजत जयंती वर्ष को उपयुक्त समय बतलाया, शुक्रवार को मशाल जुलूस निकालने का ऐलान रानीखेत ।14…

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घोषित जिलों को‌ अस्तित्व में लाने हेतु राज्य स्थापना रजत जयंती वर्ष को उपयुक्त समय बतलाया, शुक्रवार को मशाल जुलूस निकालने का ऐलान

रानीखेत ।14 साल पूर्व घोषित रानीखेत जिले को अस्तित्व में लाए जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है।


रानीखेत विकास समिति ने संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजकर वर्ष 2011 में भाजपा सरकार के कार्यकाल में घोषित रानीखेत सहित चार जिलों को शीघ्र अस्तित्व में लाने की मांग की है।


ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तराखंड राज्य अपनी रजत जयंती वर्ष मनाने जा रहा है और यह पूर्व घोषित जिलों को‌ अस्तित्व में लाने हेतु अत्यंत उपयुक्त समय है। साथ ही समिति ने चेतावनी दी है कि यदि लंबे समय से लंबित यह जनभावना दोबारा उपेक्षित रही तो जनता आंदोलन करने को बाध्य होगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

सीएम को भेजे गए ज्ञापन में रानीखेत विकास समिति ने अवगत कराया है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा प्रदेश हित में नए जिलों की घोषणा की गई थी, जिनमें रानीखेत का नाम भी शामिल था। जो उस समय रानीखेत की जनता के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था और लोगों ने इसे नए युग की शुरुआत के रूप में देखा था। किन्तु खेद का विषय है कि पिछले चौदह वर्षों से रानीखेत की जनता उस सपने के साकार होने की प्रतीक्षा कर रही है। बार-बार उम्मीदें जागीं, पर हर बार निराशा ही हाथ लगी। जनता के मन में आज भी वही प्रश्न है आख़िर हमारा जिला कब बनेगा?”। उन्होने सीएम को अवगत कराया है कि उत्तराखंड राज्य अपनी रजत जयंती मनाने जा रहा है, यह समय पूर्व घोषित जिलों को‌ अस्तित्व में लाने हेतु अत्यंत उपयुक्त है। जिसमें प्रदेश अपने उन अधूरे संकल्पों को पूरा करे, जिनमें नए जिलों का गठन भी शामिल है। रानीखेत का जिला बनना केवल प्रशासनिक सुविधा का विषय नहीं, बल्कि यह जनता की भावनाओं, अस्मिता और वर्षों की प्रतीक्षा का प्रतीक है। रानीखेत क्षेत्र भौगोलिक, ऐतिहासिक तथा रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है और स्वतंत्र जिले के रूप में पूर्णतः सक्षम है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि प्रदेश की जनभावनाओं, प्रशासनिक सुगमता तथा समान विकास को ध्यान में रखते हुए, पूर्व में घोषित जिलों में विशेषकर रानीखेत को शीघ्रातिशीघ्र अस्तित्व में लाने की कृपा करेंगें। यदि लंबे समय से लंबित जनभावना पुनः उपेक्षित रही, तो समिति के तत्वावधान में रानीखेत की जनता अपने अधिकार और सम्मान की रक्षा हेतु शांतिपूर्ण, दृढ़ संकल्प के साथ आंदोलन करने को बाध्य होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

शुक्रवार को मशाल जुलूस का ऐलान

रानीखेत ।पूर्व घोषित रानीखेत जिले को‌ शीघ्र अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर रानीखेत विकास समिति ने तत्वावधान में शुक्रवार सायं सुभाष चौक से विजय चौक तक मशाल जुलूस का ऐलान किया गया है।