वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची भारत की महिला क्रिकेट टीम,339 के स्कोर को चेज कर रचा इतिहास

मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियय में खेले गए आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने असाधारण प्रदर्शन करते…

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मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियय में खेले गए आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से शिकस्त दी। अब 2 नवंबर को होने वाले फाइनल में भारत का मुकाबला साउथ अफ्रीका से होगा।


भारत की यह जीत वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार और सफल रन चेज़ है। जेमिमा रोड्रिग्स के शानदार शतक और परमजोत कौर की निर्णायक फिनिशिंग ने भारत को 9 गेंद शेष रहते जीत दिलाई और वर्ल्ड कप फाइनल का टिकट कटाया।


पहले ऑस्ट्रेलिया ने खड़ा किया रनों का पहाड़
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का सही फैसला लिया। सलामी बल्लेबाज फोएब लिचफील्ड ने भारतीय आक्रमण को कोई मौका नहीं दिया और 119 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। उन्हें मध्य क्रम में अनुभवी एलिस पेरी (77) और तेज़ी से रन बनाने वाली एश्ले गार्डनर (63) का दमदार साथ मिला।ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी होते हुए 49.5 ओवरों में 338 रनों का एक विशाल स्कोर खड़ा किया। हालांकि, भारतीय स्पिनर दीप्ति शर्मा ने पारी के अंतिम ओवर में लगातार विकेट झटककर स्कोर को 340 के पार जाने से रोका, जो बाद में निर्णायक साबित हुआ।


भारत के सामने अब तक के सबसे मुश्किल लक्ष्य 339 रन—को हासिल करने की चुनौती थी। भारतीय पारी: चुनौतियों के बीच शतकीय साझेदारीविशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत डगमगा गई। वापसी कर रहीं शेफाली वर्मा और अनुभवी स्मृति मंधाना सस्ते में आउट हो गईं, जिससे स्कोर बोर्ड पर दबाव बढ़ गया।लेकिन इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स ने क्रीज पर मोर्चा संभाला।

दोनों ने जिम्मेदारी से खेलते हुए तीसरे विकेट के लिए एक निर्णायक शतकीय साझेदारी की।हरमनप्रीत कौर ने 88 गेंदों पर 89 रनों की विस्फोटक कप्तानी पारी खेली, जिसमें 10 चौके और 2 छक्के शामिल थे।जेमिमा रोड्रिग्स ने 115 गेंदों पर अपने वनडे करियर का तीसरा शतक पूरा किया और एक छोर को मजबूती से थामे रखा।जब कप्तान हरमनप्रीत 89 पर आउट हुईं और उसके तुरंत बाद दीप्ति शर्मा रन आउट हुईं, तब ऐसा लगा कि मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथ में फिसल गया है।


47 ओवर के बाद भारत का स्कोर 316 रन था, भारत की टीम को फाइनल में पहुँचने के लिए मात्र 18 गेंदों पर 23 रनों की जरूरत थी।इस दबाव भरे लम्हे में परमजोत ने अपना संयम नहीं खोया। उन्होंने जेमिमा के साथ मिलकर रन रेट को बरकरार रखा। इससे पहले जेमिमा का साथ देते हुए ऋचा ने 26 रनो की विस्फोटक पारी खेलकर भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था। बाद में इसे परमजोत और जेमिमा ने अजांम तक पहुंचाया। अंततः, 48.3वें ओवर में, परमजोत ने निर्णायक चौका जड़कर भारत को 339 रनों के पार पहुँचाया।परमजोत ने 8 गेदों का सामना करते हुए 15 रन बनाए जबकि जेमिमा संयम भरी पारी के साथ 127 रनों पर नाबाद रही।