द्वाराहाट पहुँचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महावतार बाबा की गुफा में लगाया ध्यान

द्वाराहाट:: दो दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर पहुंचे देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को दूनागिरी की पवित्र वादियों में स्थित महावतार बाबा की…

Screenshot 2025 1029 202923



दूनागिरी की पहाड़ियों में स्थित है महावतार बाबा की गुफा, पूर्व राष्ट्रपति दिखे अभिभूत, बोले– यह अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव।

द्वाराहाट:: दो दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर पहुंचे देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को दूनागिरी की पवित्र वादियों में स्थित महावतार बाबा की गुफा में पहुंचकर ध्यान लगाया। पांडवखोली के निकट घने जंगलों के बीच स्थित इस ऐतिहासिक गुफा तक पहुंचने के लिए उन्होंने लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी खड़ी चढ़ाई को डोली के माध्यम से पार किया।

गुफा पहुंचने से पूर्व पूर्व राष्ट्रपति ने स्मृति भवन में लगभग आधा घंटा व्यतीत किया, जहां उन्होंने योगदा आश्रम के सन्यासियों से महावतार बाबा, लाहिड़ी महाशय, युक्तेश्वर गिरी और परमहंस योगानंद जैसे महान संतों के जीवन और उपदेशों के साथ क्रिया योग बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

करीब तीन घंटे चली इस अध्यात्मिक यात्रा के बाद उन्होंने इस अनुभव को “अद्भुत और आत्मशांति प्रदान करने वाला” बताते हुए कहा कि वे पुनः बाबा के दरबार में आने की इच्छा रखते हैं।

इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी एवं दिव्य प्रेम सेवा मिशन के आशीष गौतम भी उपस्थित रहे।

ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
द्वाराहाट। महावतार बाबा की गुफा की यात्रा से पूर्व जब पूर्व राष्ट्रपति का काफिला रतखाल गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने पारंपरिक परिधान पिछोड़ा पहन उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। उन्होंने ग्रामीणों से आत्मीय मुलाकात की और उनके स्नेह से अभिभूत नजर आए।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान नीतू देवी, नंदन सिंह, उमा देवी, मुन्नी देवी, उमा देवी, केशव सिंह, शेखर शर्मा सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।

गुफा दर्शन के बाद दो घंटे किया विश्राम।
द्वाराहाट। महावतार बाबा से ध्यान लगाने के बाद 18 किमी की सड़क यात्रा कर पुनः द्वाराहाट के भुमकिया स्थित रिसोर्ट पहुंचे। जहाँ उन्होंने भोजन कर कुछ समय विश्राम किया। उसके बाद काफिले के साथ रानीखेत रोड होते हुए नैनीताल को रवाना हुए। उनकी सुरक्षा के लिए कई जिलों से पुलिस प्रशासन के अधिकारी बुलाये गये थे।