अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में आज माहौल खास रहा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू यहां पहुंच चुकी हैं। कुछ देर में वह राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगी। उनके इस ऐतिहासिक उड़ान को लेकर सुरक्षा इंतजाम बेहद सख्त किए गए हैं। एयरफोर्स स्टेशन और उसके आस-पास के पूरे क्षेत्र को नो ड्रोन जोन घोषित किया गया है।
राष्ट्रपति के पहुंचने पर सबसे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की और एयरबेस की कई यूनिट्स का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राफेल विमान की तकनीकी क्षमता और संचालन प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी ली। सुरक्षा रणनीति और वायुसेना की तैयारियों पर भी उन्होंने चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति भारतीय वायुसेना के अधिकारियों और जवानों को संबोधित करेंगी। प्रशासन और वायुसेना ने सुरक्षा को लेकर कोई चूक न रहे इसके लिए चारों ओर पुलिस एसपीजी और एयरफोर्स के जवान तैनात किए गए हैं। अंबाला एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई है और ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।
राफेल विमानों की बात करें तो भारत को इनका पहला बेड़ा 27 जुलाई 2020 को मिला था। पांच विमानों की वह पहली खेप सीधे अंबाला एयरबेस पहुंची थी। यही एयरबेस आज एक बार फिर चर्चा में है क्योंकि देश की राष्ट्रपति खुद इसी राफेल में उड़ान भरने जा रही हैं।
