कानपुर के गौरी लक्खा गांव के मंदिर में भगवान जी की टूटी हुई मूर्तियां मिली है, जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
बताया जा रहा है कि शख्स ने सिद्धियां प्राप्त करने के लिए 2 साल से अपने बाल भी नहीं कटवाए थे। वह यूट्यूब पर वीडियो देखकर तांत्रिक क्रिया की सिद्धि प्राप्त करने में जुट गया। सुबह होने से पहले वह मंदिर से जंगलों की तरफ चला जाता था।
इसके बावजूद उसे कुछ भी नहीं मिला जिसके बाद वह काफी निराश हो गया और वह गांव के एक मंदिर में पहुंचा और वहां स्थापित शिवलिंग का अरघा और नंदी भगवान की मूर्ति को तोड़ डाला। चौबेपुर के गौरी लक्खा गांव में जब इसकी जानकारी लोगों को मिले तो उन्होंने इस बारे में पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके आरोपी को हिरासत में ले लिया। गौरी लक्खा गांव में पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार आकाश वाजपेई उर्फ मनु ने करवाया था । वह प्रतिदिन सुबह छह बजे मंदिर में पूजा करने जाते हैं। रविवार की सुबह मंदिर गए तो मंदिर के अंदर का नजारा देख बौखला गए।
शिवलिंग का अरघा टूटा पड़ा था। नंदी की मूर्ती भी कई टुकड़ों में पड़ी थी। अंदर स्थापित अन्य मूर्तियां भी क्षतिग्रस्त थी। जानकारी होते ही गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। मंदिर में तोड़फोड़ की सूचना पाकर चौबेपुर पुलिस भी पहुंची। आकाश बाजपेई ने गांव के एक युवक प्रमोद उर्फ नन्हा के खिलाफ मंदिर में तोड़-फोड़ करने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया। जांच में सामने आया कि प्रमोद उर्फ नन्हा यूट्यूब चैनल देख कर तांत्रिक बनना चाह रहा था। इसमें उसे करीब 2 साल लगा था गांव के लोगों की माने तो उसने अपने बाल भी बड़े कर लिए थे। रात्रि में तीन से चार बजे वह गांव के जंगलों में पूजा करने जाता था। मंदिर में घंटों बैठ कर समय बिताता था। हालांकि पुलिस हिरासत में आने के बाद वह ज्यादा कुछ नहीं बोला।
जानकारी के अनुसार वह अपनी तांत्रिक सिद्धि को पाने में असफल रहा तो उसने भगवान की मूर्तियों को तोड़ दिया। चौबेपुर इंस्पेक्टर आशीष चौबे ने बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। मंदिर में अरघा बनवाने का काम चल रहा है।
