पंजाब: प्रदेश के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना के खिलाफ उनके ही बेटे अकील अख्तर की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा पुलिस ने इस केस में मुस्तफा, उनकी पत्नी, बहू और बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मामला तब सामने आया जब 35 वर्षीय अकील अख्तर का शव संदिग्ध हालात में बरामद हुआ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोप हैं कि मोहम्मद मुस्तफा के अपनी बहू के साथ अवैध संबंध थे और इसी विवाद ने अकील की जान ले ली। हालांकि मुस्तफा और उनके परिवार ने सभी आरोपों से साफ इनकार किया है।
मुस्तफा ने अपने बेटे को ड्रग एडिक्ट बताते हुए कहा कि वह पिछले 18 सालों से नशे की लत से जूझ रहा था। उन्होंने कहा कि बेटे की मौत किसी साजिश से नहीं बल्कि ड्रग्स की ओवरडोज से हुई है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मुस्तफा ने बताया कि अकील ने इंजेक्शन के जरिए ड्रग ली थी, जिसकी ओवरडोज ने उसकी जान ले ली। उन्होंने बताया कि साल 2007 से उसका इलाज चल रहा था, लेकिन वह पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया। कई बार उसे पीजीआई तक भर्ती कराना पड़ा था।
यह मामला इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि मृतक अकील अख्तर एक हाईप्रोफाइल परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके पिता पंजाब पुलिस के डीजीपी रहे हैं, जबकि मां रजिया सुल्ताना तीन बार कांग्रेस से विधायक रह चुकी हैं और मंत्री पद भी संभाल चुकी हैं। वह पंजाब के इकलौते मुस्लिम बहुल जिले मलेरकोटला से चुनाव जीतती रही हैं।
इस केस में नया मोड़ तब आया जब मुस्तफा परिवार के पड़ोसी शम्सुद्दीन ने पुलिस में शिकायत दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अकील अख्तर ने अपनी मौत से पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे और यह भी कहा था कि उसे अपने ही परिवार से जान का खतरा है। पुलिस ने अब इस नए एंगल को ध्यान में रखते हुए पूरे मामले की जांच दोबारा शुरू कर दी है।
