पहाड़ों में बसा हुआ केदारनाथ धाम हिमालय की ऊंचाइयों में स्थित है और यह एक ऐसा तीर्थ है जहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को न सिर्फ चढ़ाई करनी पड़ती है बल्कि उन्हें बदलते मौसम ,बारिश, बर्फबारी और कठिन रास्तों का भी सामना करना पड़ता है।
यह यात्रा हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है लेकिन कठिनाई के चलते कई बार यह काफी चुनौती पूर्ण हो जाता है खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह यात्रा करना नामुमकिन सी लगती है लेकिन अब इस यात्रा को आसान बनाने के लिए अदानी ग्रुप 4000 करोड़ से ज्यादा की लागत में 12.9 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाने जा रहा है।
इसमें सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की यात्रा को 8 से 9 घंटे से घटाकर सिर्फ 36 मिनट में पूरा करने की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट किया और उन्होंने लिखा है कि केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई अब आसान हो जाएगी।
अदानी समूह श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए रोपवे बना रहा है ये पुण्य कार्य का हिस्सा बनना हमारे लिए गर्व की बात है
सोशल मीडिया पर शेयर की गई वीडियो में बताया गया है कि केदारनाथ यात्रा लाखों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है, लेकिन कठिन, अप्रत्याशित रास्ते और लंबा समय इसे चुनौतीपूर्ण बनाते हैं।
अब इसके लिए अडानी ग्रुप सुविधा को आस्था से जोड़ने का कदम उठा रहा है। अब 12.9 किलोमीटर लंबा केदारनाथ रोपवे की मदद से यात्रा का समय 8 से 9 घंटे से घटकर मात्र 36 मिनट होगा। हर घंटे 1 हजार 800 यात्री प्रति दिशा में यात्रा कर पाएंगे। इस रोपवे की गोंडोला में 35 सीटों की व्यवस्था होगी और ये भारत का पहला 3S (Tricable) रोपवे बनेगा जो दुनिया की सबसे सुरक्षित और आधुनिक तकनीकों पर आधारित होगा।
इस वीडियो में यह भी बताया गया है कि रोपवे सभी का समय बचाएगा और सुरक्षित सुगम यात्रा देगा। इसकी मदद से बुजुर्ग और बच्चे और महिलाएं आसानी से यात्रा कर पाएंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण एक चुनौती पूर्ण कार्य है लेकिन अदानी ग्रुप ने सतत निर्माण, मंजूरी और स्थानीय भागीदारी का वादा किया है ताकि प्रकृति और आस्था का संतुलन बना रहे। जब आस्था की राह आसान और सुरक्षित होगी तब भारत की विरासत और मजबूत होगी।
