देहरादून की पहचान घंटा घर एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है। करोड़ों रुपए की लागत के बाद इसका रिनोवेशन किया गया था लेकिन इसके बाद भी इसकी घड़ियां बंद हो रही हैं जिससे स्थानीय व्यापारी और नागरिकों ने काफी नाराजगी जताई है।
उन्होंने स्मार्ट सिटी और प्रशासन ने जल्द से जल्द घड़ियों की मरम्मत करने की मांग की है। महानगर कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा ने कहा कि देहरादून का घंटाघर शहर की शान है लेकिन अफसोस की बातें के रिनोवेशन के बाद भी इसकी घड़ियां बंद पड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि रिनोवेशन कार्य में करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका उद्घाटन 7 सितंबर को किया था , जिसमें महापौर सौरभ थपलियाल और विधायक खजान दास भी मौजूद थे।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस एजेंसी ने घंटाघर का रिनोवेशन किया है उसने गाड़ियों की गारंटी भी दी थी यदि यह परियोजना स्मॉल सिटी मिशन के अंतर्गत है तो स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को तत्काल इसकी मरम्मत करवानी चाहिए।
उन्होंने विधायक खजान सिंह से भी हस्तक्षेप की मांग की है और कहा है कि घंटाघर इस शहर की पहचान है और इसे सही बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है ।
उन्होंने कहा कि हर पांच साल बाद घंटाघर के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं, लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकलता। इस मौके पर व्यापारी सुरेश गुप्ता, मनोज कुमार, राजेश मित्तल, अरुण कोहली, राहुल कुमार, रजत कुमार, आमिर खान, सनी सोनकर, विशाल खेड़ा, सोनू मेहंदीरत्ता, राजेंद्र सिंह घई आदि उपस्थित रहे।
