एआई टेक्नोलॉजी से रोजगार का अवसर: नीति आयोग ने कहा अगले पांच साल में भारत में बनेंगी 40 लाख नई नौकरियां

हैदराबाद। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी आजकल हर जगह चर्चा में है। यह तकनीक लोगों के लिए कई मुश्किल काम आसान बना रही है, लेकिन…

हैदराबाद। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी आजकल हर जगह चर्चा में है। यह तकनीक लोगों के लिए कई मुश्किल काम आसान बना रही है, लेकिन साथ ही साथ कुछ नौकरियां कम होने का डर भी पैदा कर रही है। नीति आयोग की नई रिपोर्ट ‘Roadmap for Job Creation in the AI Economy’ में बताया गया है कि अगर भारत सही रणनीति अपनाए तो आने वाले पांच सालों में एआई की मदद से करीब 40 लाख नई नौकरियां बनाई जा सकती हैं।

रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर टेक सेक्टर में बदलाव इसी तरह जारी रहा, तो 2031 तक इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या लगभग 20 लाख तक घट सकती है। इसी को देखते हुए नीति आयोग ने National AI Talent Mission शुरू करने की सिफारिश की है, जिससे भारत को ग्लोबल एआई वर्कफोर्स का नेतृत्व मिल सके। इसका मतलब यह है कि स्कूल, विश्वविद्यालय और स्किल सेंटर में एआई को एक बेसिक स्किल के रूप में पढ़ाया जाएगा, जैसे बच्चों को गणित या अंग्रेजी पढ़ाई जाती है।

नीति आयोग के CEO बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत की असली ताकत इसके लोग हैं। देश में नौ लाख से अधिक टेक और कस्टमर एक्सपीरियंस प्रोफेशनल्स हैं और अब उनकी सही दिशा और सहयोग के साथ एआई के जरिए लाखों नई नौकरियां बनाई जा सकती हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में सरकार से एआई ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म और कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की भी सिफारिश की गई है, ताकि भारतीय टैलेंट को सही दिशा और पूरा सपोर्ट मिल सके।

कुल मिलाकर नीति आयोग की यह रिपोर्ट साफ कर देती है कि एआई के बढ़ते इस्तेमाल से लोगों को नौकरी खोने का डर नहीं होना चाहिए। सही नीतियों और रणनीतियों के साथ एआई की मदद से भारत न सिर्फ अपने वर्कफोर्स को सुरक्षित रख सकता है, बल्कि दुनिया में एआई के क्षेत्र में नेतृत्व भी कर सकता है।