पाकिस्तान के अफगानिस्तान सीमा के नजदीक बुधवार को एक सैन्य काफिले पर हमला हुआ जिसमें नौ पैरामिलिट्री जवान और दो अधिकारी शहीद हो गए। यह हमला कुर्रम जिले में हुआ और इसके पीछे पाकिस्तानी तालिबान का हाथ बताया जा रहा है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि पहले काफिले के रास्ते में बम लगाए गए और इसके बाद गोलीबारी की गई। टीटीपी ने खुद हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह सरकार को खत्म कर कड़े इस्लामी शासन की स्थापना चाहता है।
इस्लामाबाद का आरोप है कि तालिबानी मिलिटेंट अफगानिस्तान से ट्रेनिंग लेकर पाकिस्तान में हमले की योजना बनाते हैं। हालांकि काबुल इसे झूठा दावा मानता है। इसी बीच सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज ने हाल ही में रिपोर्ट जारी की है जिसमें पिछले तीन महीनों में पाकिस्तान में हुई हिंसा और आतंकवादी हमलों के आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन तीन महीनों में कम से कम 901 लोग मारे गए और 599 घायल हुए। यह कुल 329 घटनाओं में हुआ जिसमें आतंकवादी हमले और सेना के ऑपरेशन शामिल थे और यह पिछली तिमाही की तुलना में हिंसा में 46 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी को दर्शाता है।
