6 साल पहले नए फोन के साथ बॉक्स में चार्ज मिलना बंद हो गया और अब यूएसबी केबल भी गायब होने वाली है। मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनीज ने नए फोन के साथ यूएसबी केबल देना बंद कर दिया है। इसके पीछे की वजह लागत को कम करने की है।
इसका मतलब यह होगा कि अब ग्राहकों को यूएसबी केबल के लिए अतिरिक्त पैसा देना होगा और उन्हें अच्छी क्वालिटी वाली केबल लेने की ताकि वह लंबे समय तक चले।
नए फोन के बॉक्स से USB केबल हटाने की शुरुआत सोनी ने की है। कंपनी अपने नए स्मार्टफोन Sony Xperia 10 VII के साथ बॉक्स में चार्जिंग केबल नहीं दे रही है। इस फोन के बॉक्स में न तो चार्जर आएगा और न ही चार्जिंग केबल। सोनी भले ही स्मार्टफोन की इंडस्ट्री में ज्यादा बड़ा नाम नहीं है लेकिन इसने ट्रेंड शुरू कर दिया है और जल्दी दूसरी कंपनी अभी ऐसा कदम उठा सकती हैं।
सोनी की तरह एप्पल भी अपने नए एयरपोर्ट्स के साथ केबल देना बंद कर चुकी है।स्मार्टफोन कंपनियां इसके पीछे पहला कारण पर्यावरण को होने वाला नुकसान बताती है। दरअसल, अधिकतर ग्राहकों के पास एक से अधिक USB-C केबल होती हैं। ऐसे में उन्हें नई केबल की जरूरत नहीं होती. इस तरह एक्स्ट्रा केबल से ई-वेस्ट बढ़ने का खतरा कम हो जाता है।
चार्जर और केबल न होने के कारण फोन के बॉक्स भी छोटे होते हैं और एक साथ अधिक बॉक्स ट्रांसपोर्ट किए जा सकते हैं। इससे ट्रांसपोर्ट के दौरान होने वाला प्रदूषण भी कम होता है।
दूसरा कारण लागत से संबंधित है। USB केबल न देने से कंपनियों को भारी फायदा होता है। उन्हें इसकी लागत नहीं देनी पड़ती। साथ ही ग्राहक भी लंबे समय तक इस्तेमाल के लिए अलग से ऑरिजनल केबल खरीदते हैं। इस पर कंपनियों के अधिक फायदा होता है। बता दें कि ऐप्पल ने सबसे पहले चार्जर देना बंद किया था और अब कई कंपनियां नए फोन के साथ चार्जर देना बंद कर चुकी हैं।
