खटीमा से आई खबर ने एक बार फिर भारत नेपाल सीमा की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। नेपाल में जेन जेड आंदोलन के दौरान कई कैदी जेल तोड़कर भाग गए थे जिनकी तलाश में अब नेपाल और भारत दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां जुटी हैं। भारत की तरफ से सशस्त्र सीमा बल पूरी चौकसी में है ताकि कोई भी फरार अपराधी भारतीय इलाके में दाखिल न हो पाए।
इसी सतर्कता का नतीजा रहा कि चंपावत जिले की पांचवीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की डी कंपनी कलढुंगा ने नेपाल से नदी पार कर भारत आने की कोशिश कर रहे एक फरार कैदी को दबोच लिया। यह गिरफ्तारी शुक्रवार को की गई जब जवानों ने सीमा चौकी कलढुंगा पर विशेष जांच अभियान चलाया। पूछताछ में सामने आया कि पकड़ा गया व्यक्ति नेपाल की एक जेल से उस समय भागा था जब वहां हिंसा भड़क गई थी।
एसएसबी ने बताया कि पकड़े गए कैदी की पहचान तेज बहादुर बोगाती पुत्र सालीभान निवासी अलिताल ग्रामपालिका वार्ड नंबर तीन जिला डड़ेलधुरा नेपाल के रूप में हुई है। वह एक महिला की हत्या के आरोप में बीस साल की सजा काट रहा था और आठ साल से जेल में बंद था। नेपाल में उपद्रव के दौरान उसने भागने की कोशिश की और नदी पार कर भारत पहुंचने की कोशिश कर रहा था। लेकिन एसएसबी की टीम ने उसे परशुराम घाट के पास पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद जवानों ने जरूरी पूछताछ की और फिर उसे नेपाल पुलिस और एपीएफ के हवाले कर दिया। पांचवीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के कमांडेंट सुरेंद्र विक्रम और सहायक कमांडेंट प्रमोद कुमार मीणा की निगरानी में पूरी कार्रवाई पूरी की गई। अधिकारियों का कहना है कि सीमा पर गश्त और सख्त जांच लगातार जारी रहेगी ताकि नेपाल से फरार कोई भी अपराधी भारत में घुसपैठ न कर सके।
