एसआईटी की टीम उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले की जांच के लिए नई टिहरी जिले के जिला सभागार पहुंची। मामले की गहन पड़ताल और सही तथ्य जुटाने के लिए टीम ने यहां अभ्यर्थियों से पूछताछ शुरू की। हालांकि, जांच के दौरान केवल दो युवक ही अपने बयान दर्ज कराने के लिए सामने आए।
इस दौरान अभ्यर्थी विकास बिजलवान ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि परीक्षा के समय सब कुछ सामान्य और शांतिपूर्ण था, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो और वीडियो में यह सुनकर काफी निराशा हुई कि पेपर को लेकर अंदर सब ठीक कर दिया जाएगा। उन्होंने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठाए और कहा कि इस तरह की घटनाओं से अभ्यर्थियों के विश्वास को ठेस पहुंचती है। साथ ही, उन्होंने परीक्षा व्यवस्था में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कुछ सुझाव भी पेश किए।
जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल की मौजूदगी में एसआईटी ने अभ्यर्थियों के बयान दर्ज किए और मामले की विस्तार से जांच-पड़ताल की। टीम ने इस दौरान पूरे घटनाक्रम और सोशल मीडिया में वायरल हुई सामग्री को भी ध्यान में रखते हुए अपनी रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
