आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील समझे जाने वाले उत्तराखंड में अब आपदा प्रबंधन के लिए युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।इस कड़ी में एनसीसी, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र व स्काउट-गाइड के 4310 युवाओं को प्रशिक्षण देकर मोर्चे पर उतारने की तैयारी है।
इन चयनित युवाओं का आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण अगले महीने से शुरू कर दिया जाएगा।
प्रशिक्षित होने के बाद किसी भी क्षेत्र में आपात स्थिति में राहत व बचाव दलों के पहुंचने से पहले यह स्वयंसेवक मोर्चा संभालेंगे। इसके अलावा आपदा प्रबंधन की दृष्टि से आमजन को जागरूक करने की भी यह अहम भूमिका निभाएंगे।
केंद्र सरकार की युवा आपदा मित्र योजना को अब उत्तराखंड में भी धरातल पर उतारा जा रहा है। इसके लिए विभिन्न संगठनों से जुड़े युवा स्वयंसेवक चयनित किए जा चुके हैं। अब इन्हें आपदा प्रबंधन, प्रतिवादन और आपदा पूर्व तैयारी से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाना है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेषज्ञ का कहना है कि प्रशिक्षण के लिए मॉड्यूल तैयार कर लिया गया है। प्रशिक्षण के बाद युवा आपदा मित्रों को इमरजेंसी रेस्पॉन्ड किट भी दिया जाएगा।
इसके बाद वह किसी भी आपदा की स्थिति में राहत एवं बचाव दलों के पहुंचने से पहले अपना कार्य शुरू कर देंगे। यही नहीं संबंधित जिलों में जिलाधिकारी उनका उपयोग किसी भी आपातकालीन स्थिति में कर पाएंगे।
चयनित युवा आपदा मित्रों को आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण का खाका तैयार हो गया है। प्रयास यह है कि अगले माह इनके लिए क्रमवार प्रशिक्षण की श्रृंखला प्रारंभ कर दी जाए।
जिलेवार चयनित आपदा मित्र
जिला, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, स्काउट-गाइड
अल्मोड़ा, 200, 100, 100, 120
बागेश्वर, 100, 50, 50, 30
चमोली, 100, 50, 50, 50
चंपावत, 100, 50, 50, 80
देहरादून, 300, 150, 150, 200
नैनीताल, 200, 100, 100, 100
पौड़ी, 200, 100, 100, 50
पिथौरागढ़, 100, 50, 50, 50
रुद्रप्रयाग, 100, 50, 50, 50
टिहरी, 200, 100, 100, 90
उत्तरकाशी, 100, 50, 50, 90
