बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा बड़ा ही खास रहा। उन्होंने कुसुम योजना के लाभार्थियों से लंबी बातचीत की और उनके अनुभव सुनकर खुद भी खुश दिखाई दिए। किसान और लाभार्थी दोनों ही उत्साह में थे। इसी दौरान कुछ मजेदार पल भी आए। एक लाभार्थी ने सोलर प्लांट से होने वाले अपने फायदे के बारे में बताते हुए कहा कि पहले हम सिर्फ अन्नदाता माने जाते थे लेकिन अब आपकी मदद से हम ऊर्जादाता भी बन गए हैं। इस पर पीएम मोदी ने हँसते हुए कहा कि सही कहा अब अन्नदाता ऊर्जादाता भी बन गया है।
लाभार्थी ने आगे कहा कि हमने आपको जमीन दी और आपने हमें उस जमीन से सोना दे दिया। हमने तो सोचा था कि आलू से सोना उगाना मुश्किल है लेकिन आपने हमारी जमीन से हमें सोना दे दिया। यह सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हँस पड़े। पीएम मोदी ने नापला में किसानों से खुलकर बातचीत की और कुसुम योजना के लाभार्थियों से मिलकर उनकी खुशियों में शरीक हुए। साथ ही राजस्थान के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणा भी की।
पीएम मोदी के इस दौरे में न सिर्फ योजना के लाभार्थियों की खुशी नजर आई बल्कि उन्होंने किसानों के साथ संवाद करके उनकी समस्याओं और उम्मीदों को भी समझा। मोदी का अंदाज ऐसा था कि लोग उनके करीब महसूस कर रहे थे और हर कोई अपने अनुभव साझा करने में खुलकर आगे आया।
राजस्थान के बांसवाड़ा दौरे में पीएम मोदी ने यह संदेश दिया कि सरकार किसानों और ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कुसुम योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से किसानों को नई दिशा और अवसर मिल रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि उनके प्रयास हमेशा किसानों और लाभार्थियों की भलाई के लिए रहेंगे।
