पहलगाम हमले में मददगार गिरफ्तार, सुरक्षा बलों को मिली अहम कामयाबी

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर पुलिस को पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों की मदद करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। गिरफ्तार आरोपी…

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श्रीनगर। जम्मू कश्मीर पुलिस को पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों की मदद करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोहम्मद कटारिया के रूप में हुई है। इस गिरफ्तारी का सिलसिला जुलाई में चलाए गए ऑपरेशन महादेव के दौरान बरामद हथियारों और उपकरणों के फोरेंसिक विश्लेषण के बाद शुरू हुआ था।

ऑपरेशन महादेव में सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के ब्रिनल वन क्षेत्र में आतंकवादियों का ठिकाना ढूंढा और उन्हें नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए और उनके ठिकाने से विस्फोटक सामग्री और गैस सिलेंडर बरामद हुए।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जून में पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और हिल पार्क पहलगाम निवासी बशीर अहमद जोथर ने हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान उजागर की। एनआईए ने हंदवाड़ा निवासी एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया और हमले में इस्तेमाल की गई फंडिंग के सिलसिले में पूछताछ की।

एनआईए ने करीब 450 फोन नंबरों की जांच शुरू की है जिनमें 2011 से एजेंसी द्वारा जांच किए जा रहे 80 मामलों के नंबर भी शामिल हैं। एजेंसी को पता चला कि यासिर हयात नामक व्यक्ति मलेशिया स्थित संदिग्ध हैंडलर सज्जाद अहमद मीर और पाकिस्तान के दो अन्य लोगों से संपर्क में था। मीर ने हयात को शफात वानी को दो लाख रुपये देने का निर्देश दिया था। मलेशिया यात्रा के दौरान हयात दो पाकिस्तानी संपर्क में था।

बताया जा रहा है कि वानी को कुल नौ लाख रुपये मिले थे जिनका इस्तेमाल आतंकवाद गतिविधियों के लिए किया गया। एनआईए ने बयान में कहा कि उसने धन के विदेशी स्रोत का पता लगाया है जिसकी जांच जारी है।