देहरादून से जुड़ा यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामला लगातार सुर्खियों में है और इसने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। बेरोजगार युवा गुस्से में हैं और बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बेरोजगार संगठन खुलकर सरकार और आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस भी इस पूरे खेल को सुलझाने में जुटी हुई है और अब इस प्रकरण में एक नई साजिश सामने आई है।
जांच के दौरान पुलिस की नजर सबसे पहले खालिद नाम के एक उम्मीदवार पर गई। खालिद को लेकर जो जानकारियां बाहर आईं उन्होंने चौंका दिया। आयोग की तरफ से ही खुलासा हुआ कि खालिद ने परीक्षा देने के लिए चार अलग पहचान के साथ ऑनलाइन आवेदन किया था। इन आवेदनों में उसने अलग पिता का नाम लिखा, अलग मोबाइल नंबर दिए और यहां तक कि तस्वीरें भी अलग-अलग लगाईं। इसके चलते वह सीधे शक के घेरे में आ गया।
आयोग से मिली इस जानकारी के बाद एसटीएफ हरकत में आई और हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव से खालिद की बहन साबिया को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसकी दूसरी बहन हिना से भी पूछताछ की। पूछताछ में हिना ने बताया कि खालिद ने घर में पहले ही कहा था कि उसने कई फार्म इसलिए भरे हैं ताकि जिस परीक्षा केंद्र में नकल की सेटिंग होगी वहीं वह परीक्षा दे सके।
फिलहाल खालिद फरार है और उसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी को दी गई है। उनकी टीम अलग-अलग कड़ियों को जोड़कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में जुटी है।
