उत्तराखंड में पिछले 2 महीने से प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्तरकाशी के धारली, चमोली के थराली, नंदा नगर, देहरादून के रायपुर, डोई वाला विकास खंडों, बागेश्वर तथा रुद्रप्रयाग में जखोली समेत 8 जिलों में विभिन्न क्षेत्रों में बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है।
इन क्षेत्रों में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों में कई दिनों तक अवकाश घोषित करना पड़ा। शिक्षण कार्य न होने की वजह से शिक्षा विभाग अब वैकल्पिक योजना तैयार कर रहा है।
प्रभावित विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षाएं चलाई जाएंगी। इसके साथ ही अध्ययन का समय भी बढ़ाया जाएगा। ऑनलाइन माध्यम से पढ़ने के विकल्प को भी अपनाया जाएगा ताकि निर्धारित पाठ्यक्रम समय से पूरा हो पाए
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति पर असर न पड़े, इसके लिए अध्यापकों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। निजी स्कूल अपनी ओर से आनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई की भरपाई की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वहां भी पूरा पाठ्यक्रम पूरा कराना चुनौती बना हुआ है।
वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में विभागीय स्तर पर ऑनलाइन शिक्षा के कोई औपचारिक व्यवस्था भी नहीं है प्राथमिक कक्षाओं में कोई व्यवस्था न होने की वजह से शिक्षक अपनी निजी पहल से छात्रों की मदद कर रहे हैं।
राज्य के शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार वर्षभर में 240 कार्य दिवस तय हैं। इनमें रविवार और सार्वजनिक अवकाश 77 एवं ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश मिलाकर 48 दिन होते हैं। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी और प्रधानाध्यापक तीन-तीन दिन का अवकाश घोषित कर सकते हैं।
लेकिन हाल के वर्षों में मौसम अलर्ट और प्राकृतिक आपदाओं के चलते अतिरिक्त छुट्टियां लगातार शैक्षणिक सत्र को प्रभावित कर रही हैं।
इस वर्षाकाल में अभी तक आठ जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, बागेश्वर, देहरादून, नैनीताल व पिथौरागढ़ में 1211 विद्यालय क्षतिग्रस्त हुए हैं।
जिनमें से कुछ विद्यालयों में पठन-पाठन की वैकल्पिक व्यवस्था की गई। लेकिन, अधिकतर प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। पूरे प्रदेशभर में क्षतिग्रस्त विद्यालयों का आंकड़ा 1409 है।
इसी सबको ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने भविष्य के लिए मानसून सीजन से अलग से 10 दिन की छुट्टियां तैयार की हैं इसकी पूर्ति के लिए गर्मी और सर्दियों की छुट्टियों से कटौती की जाएगी
शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा ‘इस विषय पर विचार चल रहा है।
हम बरसात के लिए अलग से छुट्टियों की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई है। अभी जो छुट्टियां मौसम की वजह से करनी पड़ी हैं, उसकी भरपाई की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि छात्रों को नुकसान न हो।’
