अल्मोड़ा। क्वारब के पास पिछले एक साल से लगातार पहाड़ी से आ रहे मलबे ने अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर की जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। आए दिन सड़क बंद होने से यात्रियों को परेशानी होती है और व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हाल ही में व्यापार मंडल की पहल पर नगर में मशाल जुलूस निकालकर सरकार को चेताया गया।
सांसद अजय टम्टा पर उठे सवाल
इस बीच केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वैकल्पिक मार्ग का काम कांग्रेस नेताओं के विरोध की वजह से अटक गया। उनका कहना था कि केंद्र सरकार ने करोड़ों रुपये स्वीकृत किए हैं और काम को लेकर विभाग गंभीर है। हालांकि, जिस दीवार को लेकर काम चल रहा है, उसमें पहले ही दरारें आ चुकी हैं।
विधायक मनोज तिवारी का पलटवार
अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने अजय टम्टा के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा कि क्वारब संकट से तीन जिलों की जनता त्रस्त है और इस मसले पर उन्होंने छह–सात महीने पहले ही ज्ञापन दिया था। तिवारी ने कहा ” हमने इस मसले को लेकर क्वारब में धरना दिया,जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया,ज्ञापन आदि भी सौंपे। वही दीवार में दरारें आने पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की, दोषी अधिकारियों और ठेकेदार पर कार्रवाई करने को कहा। लेकिन सांसद ने इसकी मांग क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि सांसद गैर-जिम्मेदाराना बयान देकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
उठाया सवाल “गृह क्षेत्र की सड़क भी नहीं सुधरी”
तिवारी ने कहा कि क्वारब सड़क की खस्ताहाली ने अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर की जनता को पिछले डेढ़ साल से परेशान कर रखा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि “जब एक केंद्रीय सड़क राज्यमंत्री अपने ही क्षेत्र की लाइफलाइन कही जाने वाली सड़क को दुरुस्त नहीं करा पा रहे, तो फिर उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?”
“जनता की आवाज उठाना अपराध नहीं”
तिवारी ने कहा कि वह केवल जनता की समस्याओं को सामने ला रहे हैं और अगर इससे मंत्री को परेशानी होती है तो यह हैरानी की बात है। कहा कि “सड़क निर्माण की मांग करने वाली आम जनता को अराजक तत्व कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सांसद को जनता से माफी मांगनी चाहिए,”।
ठेकेदार और भ्रष्टाचार का आरोप
विधायक ने आरोप लगाया कि डोबा–चौंसली मोटर मार्ग का लगभग 10 करोड़ का काम मंत्री टम्टा ने बिना टेंडर के अपने चहेतों को दे दिया और जब भ्रष्टाचार पर आवाज उठाई तो यह सांसद को नागवार गुजरा। जनता जानती है कि किसके लिए सड़क निर्माण प्राथमिकता है और किसके लिए राजनीतिक बयानबाजी।
कहा “खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे”
तिवारी ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से आम जनता, मरीज, व्यापारी, पर्यटक, होटल व्यवसायी और टैक्सी संचालक क्वारब सड़क की बदहाली झेल रहे हैं, लेकिन मंत्री जिम्मेदारी लेने के बजाय दूसरों पर दोष मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सड़क राज्यमंत्री का आज का बयान साफ करता है – खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे। कहा कि चाहे कितने भी आरोप लगें, वो जनता की आवाज उठाते रहेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि “चहेते ठेकेदार को 10 करोड़ का काम बिना टेंडर दिए गया। अब जब नियमानुसार टैंडर हो गया है और काम चल रहा है। कहा कि उन्होंने नियम विरूद्वं ढंग से टैंडर दिए जाने का विरोध किया था और विभाग ने गलती मानी थी तो सांसद टम्टा इसके लिए भी क्या विभाग को दोषी ठहराएंगे।
विधायक ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर एक साल तक धनराशि स्वीकृत क्यों नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें विधायक चुना है और उनकी जिम्मेदारी है कि अगर लोगों को दिक्कत हो रही है तो वह इसके लिए आवाज उठाएं।
शायराना अंदाज में विधायक ने कहा कि ” लश्कर भी तुम्हारा है सरदार तुम्हारा है,तुम झूठ को सच लिख दो अखबार तुम्हारा है। इस दौर के फरियादी जायें तो कहां जायें,कानून तुम्हारा है दरबार तुम्हारा है।“
