देहरादून 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है जिसे खास बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा चलाएगी जिसके तहत स्वच्छता अभियान से लेकर रक्तदान शिविरों तक का आयोजन किया जाएगा। इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी माय मोदी स्टोरी साझा की है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बिताए अपने खास अनुभव को लोगों से बांटा।
सीएम धामी ने लिखा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली को नजदीक से देखने का अवसर मिला है। हर बार उनसे मुलाकात के दौरान अनुशासन समर्पण और राष्ट्रप्रेम का नया सबक मिलता है। उन्होंने वाराणसी की एक घटना का जिक्र किया जिसने उनके दिल पर गहरी छाप छोड़ी। धामी ने बताया कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक रात एक बजे खत्म हुई थी। सभी थके हुए थे लेकिन तभी प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि अभी एक जरूरी काम बाकी है। सभी आश्चर्य में थे कि इतनी रात को क्या काम हो सकता है। मोदी ने कहा कि अपने लोकसभा क्षेत्र में दिन में निरीक्षण करने से जनता को परेशानी होती है इसलिए वे रात में ही विकास कार्यों को देखने जाएंगे।
इसके बाद रात के सन्नाटे में प्रधानमंत्री सड़कों पर थे। उन्होंने एक-एक परियोजना का जायजा लिया हर छोटी से छोटी जानकारी पर ध्यान दिया। समय बीतता गया और रात के तीन बजकर चार भी हो गए तब जाकर वे अपने कक्ष में लौटे। लेकिन सुबह नौ बजे जैसे ही बैठक शुरू हुई तो वे पूरी ऊर्जा और एकाग्रता के साथ सामने मौजूद थे। मानो उन्होंने रात को आराम नहीं बल्कि देश सेवा से ही ऊर्जा पाई हो।
सीएम धामी ने लिखा कि यह अनुभव उनके लिए नेतृत्व का सबसे बड़ा उदाहरण है। प्रधानमंत्री मोदी का जीवन सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व उपदेश देने में नहीं बल्कि उदाहरण बनकर जीने में है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र और राज्य सरकारें लगातार विकास कार्यों पर तेजी से काम कर रही हैं और उनका विजन हमेशा साफ और दूरदर्शी होता है।
