देहरादून से बड़ी खबर है। इस बार बरसात और आपदा ने उत्तराखंड को भारी नुकसान पहुंचाया है। सरकार ने केंद्र से ₹5702 करोड़ की मदद मांगी है। इसके लिए गृह मंत्रालय को पूरा मेमोरेंडम सौंपा गया है। जिसमें अलग अलग विभागों के नुकसान का ब्यौरा दिया गया है। अब केंद्र की टीम राज्य में पहुंच गई है। जो प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का आंकलन करेगी। और फिर रिपोर्ट पीएमओ और दिल्ली को सौंपेगी। इसी रिपोर्ट पर केंद्र पैकेज जारी करेगा। इस बीच यह भी चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 सितंबर को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं। हालांकि इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
केंद्रीय टीम का दौरा उत्तरकाशी। रुद्रप्रयाग। पौड़ी गढ़वाल। चमोली। बागेश्वर। और नैनीताल में होगा। टीम में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर प्रसन्ना। अभियंता सुधीर कुमार। अनुसूचित शेर बहादुर। उपनिदेशक विकास। मुख्य अभियंता पंकज सिंह। और निदेशक वीरेंद्र सिंह शामिल हैं। यह सभी अधिकारी जिलों में जाकर नुकसान का जायजा लेंगे। और स्थानीय प्रशासन से बैठक करेंगे। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन भी इनके साथ हैं।
टीम की रिपोर्ट पर देहरादून में बैठक होगी। जिसमें सभी विभागों के सचिव जानकारी देंगे। इसके बाद यह रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी। ताकि केंद्र मदद पर फैसला ले सके। उधर भाजपा के प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी का दौरा प्रस्तावित है। वह उत्तरकाशी समेत कई इलाकों का हाल देख सकते हैं।
नुकसान के आंकड़े देखें तो लोक निर्माण और सड़क विभाग को ₹1163.84 करोड़ का नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग को ₹266.65 करोड़। ऊर्जा विभाग को ₹123.17 करोड़। स्वास्थ्य विभाग को ₹4.57 करोड़। विद्यालयी शिक्षा विभाग को ₹68.28 करोड़। उच्च शिक्षा विभाग को ₹9.04 करोड़। मत्स्य विभाग को ₹2.55 करोड़। ग्राम्य विकास विभाग को ₹65.50 करोड़। शहरी विकास को ₹4 करोड़। पशुपालन विभाग को ₹23.06 करोड़। और अन्य विभागों को ₹213.46 करोड़ का नुकसान दर्ज किया गया है।
कुल मिलाकर इस बार की आपदा ने उत्तराखंड को ₹5702 करोड़ से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है। और सरकार अब केंद्र की मदद से हालात को संभालने की कोशिश कर रही है।
