अल्मोड़ा। लगातार बारिश होने की वजह से ब्लॉक का पौराणिक बरसाती झील तड़ागताल लबालब पानी से भर आया है। तड़ागेश्वर मंदिर परिसर में बना एक नया मंदिर व पंचायत भवन पानी में डूब गए हैं। झील का स्तर काफी बढ़ गया जिसकी वजह से नौगांव के पास ताल बसरखेत मोटर मार्ग का बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया।
बीते देर रात लाल के नौ गांव के पास झील का जलस्तर सड़क तक पहुंच गया जिसकी वजह से चौखुटिया से आ रही है बोलेरो पानी में डूब गई लेकिन सौभाग्य की बात यह रही कि उसमें सवार 4 लोगों की जान बच गई और वह सुरक्षित बाहर निकल आए नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। सूचना पर पुलिस बलवा 108 मौके पर पहुंच गई लेकिन तब तक चारों लोग बाहर निकल चुके थे।
यह घटना रात करीब 10:30 बजे की है। बताया जा रहा है कि हाट कवाधार से चार लोग बोलेरो संख्या यूके 01-टीए-2677 में सवार होकर ताल के पैली गांव में पूजा के लिए गए थे। देर रात वापस लौटते समय बरसाती झील का जलस्तर बढ़ जाने से नौगांव के पास सड़क भी पानी में समा गया।
जैसे ही चालक ने अपनी गाड़ी को बढ़ाया तो उसका संतुलन बिगड़ गया और बोलेरो पानी में डूब गई। चालक बहादुर सिंह मेहरा समेत वाहन में सवार नंद राम, चंदन कुमार व मोहन सिंह वाहन के अंदर फंस गए, जो किसी तरह सुरक्षित बाहर निकल आए तथा अपनी जान बचा ली।
धीरे-धीरे वहां गहरे पानी में डूब गया तथा सुबह तक कहीं भी नजर नहीं आया। लोडर मशीन से वाहन को निकाला गया। रात को चारों लोग दूसरे वाहन से अपने घर गए।
तड़ागताल बरसाती झील का जलस्तर बढ़ने से नौगांव के पास सड़क का करीब दो सौ मीटर हिस्सा पानी में समा जाने से वाहनों के साथ पैदल आवाजाही बाधित हो गई है। इससे बसरखेत व पैली समेत आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया है।
ग्रामीण सिर पर सामान रखकर कई किमी पैदल चलकर जंगल के रास्ते गांव पहुंच रहे हैं।
बाहर से आने वाले लोग काफी परेशान देखे गए तथा उन्हें मीलों की दूरी पैदल ही नापनी पड़ रही है। झील का जलस्तर बढ़ने से कई मकानों को भी खतरा बना है।
