अल्मोड़,1 सितंबर 2025
पहाड़ों की लाइफलाइन कहे जाने वाले अल्मोड़ा–हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिर संकट खड़ा हो गया है। सोमवार, 1 सितंबर की सुबह क्वारब क्षेत्र में पहाड़ से भारी मलबा गिरने के कारण सड़क पूरी तरह बंद हो गई।
क्वारब पुल के पास बार-बार सड़क बंद हो रही है। ने की समस्या सामने आ रही है। कभी कुछ घंटे के लिए तो कभी दिनभर के लिए रास्ता बंद हो जाता है। लेकिन इस बार हालात ज्यादा खराब हैं।
यात्रियों और स्थानीय लोगों की बढ़ी परेशानी
यह सड़क अल्मोड़ा ही नहीं, बल्कि रानीखेत, कौसानी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत जैसे पहाड़ी जिलों को सीधे हल्द्वानी और मैदानों से जोड़ती है। सड़क बंद होने से इन जिलों के लोगों को वैकल्पिक और लंबा रास्ता पकड़ना पड़ रहा है। नतीजा यह है कि यात्रा में वक्त भी ज्यादा लग रहा है और जेब पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि न सिर्फ आवाजाही मुश्किल हो गई है, बल्कि जरूरी सामान भी महंगा हो गया है। रोजमर्रा की चीजों से लेकर भवन निर्माण सामग्री तक सब कुछ महंगे दामों पर मिल रहा है।
समस्या की जड़
क्वारब में पुल बनाने के लिए पहाड़ की कटिंग की गई थी। उसी वक्त से यह इलाका संवेदनशील हो गया। अब हर बारिश में पहाड़ से मलबा और बड़े-बड़े पत्थर नीचे गिरते रहते हैं। आलम यह है कि अब यह जगह स्थायी खतरे का रूप ले चुकी है।
प्रशासन पर सवाल
लोगों का गुस्सा प्रशासन पर भी है। उनका कहना है कि समस्या पिछले लंबे समय से लगातार बनी हुई है, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सका। नतीजा यह है कि छोटे-बड़े वाहन चालक और यात्री रोजाना खतरा मोल लेकर सफर करने को मजबूर हैं।
