राजधानी के ग्रामीण लोग अब शहरों के साथ कदम से कदम मिला रहे हैं यहां विकास योजनाओं का लाभ दिखाने के साथ ही सुरक्षा के पैमाने भी काफी बदलते जा रहे हैं ।अब यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
इसी के तहत ग्राम पंचायत में सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाएगी। कैमरा की मदद से आपराधिक घटनाओं के साथ सरकारी संपत्तियों पर भी नजर रखी जाएगी। पंचायती विभाग का कहना है कि बीते दिनों शासन की ओर से ग्राम पंचायत में सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए गए थे।
शासन की मंशा थी कि पंचायतों में निगरानी तंत्र के जरिये घटनाओं के साथ ही सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा भी हो सकेगी।
जिले के चार विकासखंड डोईवाला, रायपुर, चकराता व सहसपुर की 174 ग्राम पंचायतों को योजना में शामिल किया गया। वहीं, अभी तक करीब 165 यानी 94 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं। वहीं, शेष ग्राम पंचायतों में आगामी दिनों में कैमरे लगाए जाएंगे।
सीसीटीवी कैमरा को ग्राम पंचायत के मुख्य चौक, चौराहा, बाजार, गलियों, मार्ग, स्कूलों में सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा।
वहीं प्रधानों की निगरानी में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा। कोई भी घटना होने पर कंट्रोल रूम से आसानी से फुटेज मिल जाएगी।
विकासखंड कालसी और विकासनगर की ग्राम पंचायतों में सुरक्षा से संबंधित ज्यादा परेशानियां न होने के कारण फिलहाल इन्हें योजना से बाहर रखा गया है।
ग्राम पंचायतों में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। शेष पंचायतों में भी जल्द कैमरे लगाए जाएंगे। इससे किसी भी घटना पर निगरानी रखी जा सकेगी।
