काशीपुर में 27 अगस्त को पटवारी दौलत सिंह की रहस्यमयी मौत का मामला शांत होने के बजाय और गरमाता जा रहा है। रविवार को मृतक के परिवारजन जसपुर के विधायक आदेश चौहान और भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष एडवोकेट सौरभ कुमार के साथ आईटीआई थाना पहुंचे और पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए जमकर विरोध जताया।
बाजपुर तहसील में तैनात और पहले काशीपुर तहसील में पदस्थापित रहे दौलत सिंह की लाश प्रकाश सिटी स्थित उनके मकान से बरामद हुई थी। मौत के बाद जसपुर के तालबपुर गांव से पहुंचे परिजनों ने दौलत की पत्नी ललिता और उसकी मां पर गंभीर आरोप लगाए थे। परिजन अब तक यही कहते आ रहे हैं कि मौत में गहरी साजिश छिपी है और पुलिस मामले को सही तरीके से उजागर नहीं कर रही।
मृतक के भाई ने बताया कि जब वह घर पहुंचे तो दौलत की पत्नी ने कभी आत्महत्या तो कभी दिल का दौरा आने की बात कही। भाई ने साफ कहा कि यह सब बातें मेल नहीं खातीं। उन्होंने सवाल उठाए कि कमरे से तीन बेल्ट बरामद हुईं। पंखा बिल्कुल सही था। वहीं एक दुपट्टा भी मिला जो ललिता के कपड़े से मिलता था। इन सब बातों से शक और गहरा हो गया है।
विधायक आदेश चौहान ने कहा कि परिवार का भरोसा तभी बनेगा जब जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी। अगर दौलत ने सच में खुदकुशी की है तो यह पता लगना जरूरी है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। उन्होंने साफ कहा कि परिवार को न्याय चाहिए। इस बीच सीओ दीपक सिंह और आईटीआई थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि चार सितंबर तक मामले की जांच पूरी कर ठोस कार्रवाई की जाएगी।
सीओ दीपक सिंह ने कहा कि परिजनों की ओर से जो तहरीर दी गई है उसके आधार पर मामले की गहराई से जांच की जा रही है और इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
