हरिद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां योग गुरु बाबा रामदेव ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बाबा रामदेव का कहना है कि अमेरिका की एक अदालत ने डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर रोक लगा दी है और आने वाले कुछ दिनों में कई नए घटनाक्रम देखने को मिलेंगे। उन्होंने दावा किया कि अंततः ट्रंप को यह टैरिफ वापस लेना ही पड़ेगा।
रामदेव ने कहा कि जिस तरह अमेरिका को चीन पर लगाए गए टैरिफ वापस लेने पड़े थे उसी तरह भारत पर लगाए गए टैरिफ भी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएंगे। भारत की ताकत बहुत बड़ी है और भारत किसी भी मामले में चीन से कम नहीं है। उन्होंने टैरिफ को एक तरह का राजनीतिक आतंकवाद बताया और कहा कि इसे तानाशाही भी कहा जा सकता है। उनके मुताबिक इसका समाधान वक्त आने पर हो जाएगा।
योग गुरु ने अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की बात दोहराते हुए कहा कि स्वदेशी के सिद्धांत से ही राष्ट्र मजबूत होगा। देशवासियों की राष्ट्रहित और राष्ट्रधर्म की भावना भारत को आगे बढ़ाएगी और आने वाले दस से पंद्रह सालों में भारत पूरी दुनिया से आगे निकल जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी को बढ़ावा देने के अभियान पर भी बाबा रामदेव ने सहमति जताई। उन्होंने कहा कि स्वदेशी का विचार केवल प्रधानमंत्री या उनका निजी प्रयास नहीं है बल्कि यह भारत की संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। इसी सोच से देश ने हमेशा आत्मनिर्भरता हासिल की है और आने वाला समय राष्ट्र धर्म का होगा।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के तीन बच्चों वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि वह सन्यासी हैं और उनके सभी बच्चे देशवासी हैं। उन्होंने साफ कहा कि जनसंख्या नियंत्रण विवेकपूर्ण तरीके से होना चाहिए और यह सभी जातियों वर्गों और समुदायों पर समान रूप से लागू होना चाहिए। सीमित भूमि और संसाधनों के बीच असीमित जनसंख्या किसी भी देश के लिए खतरे से कम नहीं है।
बता दें कि बाबा रामदेव हरिद्वार में दत्त भगवान की शोभायात्रा में शामिल हुए थे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और मोहन भागवत के बयान पर अपने विचार रखे।
