उत्तराखंड में रात भर हुई लगातार बारिश ने पूरे प्रदेश में तबाही मचा दी है। पहाड़ी इलाकों में जहां लोग भय और चिंता के बीच जीवन यापन कर रहे हैं। वहीं मैदानी जिलों में पानी ने सड़कों और घरों में घुसकर परेशानी बढ़ा दी है। कई जगह पहाड़ टूटकर सड़क मार्ग पर गिर गए हैं। जिससे कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों की मुख्य सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं।
रुद्रप्रयाग जिले में विजय नगर के पास केदारनाथ हाईवे पर भारी दरारें पड़ गई हैं। मन्दाकिनी नदी के किनारे कटाव के चलते पहाड़ का हिस्सा गिर गया है। डोलिया देवी के पास भी हाईवे पर मलबा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। बसुकेदार क्षेत्र को जोड़ने वाला छेनागाड़ मार्ग भी कई जगह बंद है। जिससे राहत और बचाव दलों को लंबा पैदल रास्ता तय करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जेसीबी मशीन लगाकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारा और चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
कुमाऊं में भी हालात खराब हैं। हल्द्वानी-भीमताल स्टेट हाईवे पर रानीबाग इलाके में लैंडस्लाइड हुआ है। जिसमें पहाड़ का बड़ा हिस्सा गिर गया है। इसके कारण हल्द्वानी से भीमताल और अल्मोड़ा जाने वाला मार्ग बंद हो गया है। पुराने पुल से छोटे वाहन आ-जा रहे हैं। प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर मलबा हटाने का प्रयास कर रही है। नया पुल शाम तक खुलना मुश्किल बताया जा रहा है।
नेशनल हाईवे 309 पर रामनगर-काशीपुर-बुआखाल मार्ग पर भी बारिश और उफनते नालों की वजह से ट्रैफिक पूरी तरह रुक गया है। धनगढ़ी नाले में पानी खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। हाईवे डूबने से वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने मौके पर वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका है। और लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा न करें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में सड़क खुलने में अभी और समय लग सकता है।
प्रदेश के कई जिलों की मुख्य सड़कें बंद होने से कुमाऊं और गढ़वाल के जिलों का संपर्क बाधित हो गया है। यात्रियों को लंबा और मुश्किल भरा रास्ता तय करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि हर वर्ष धनगढ़ी नाला परेशानी बनता है। लेकिन इस बार जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। जिससे मार्ग पर वाहन कतार में खड़े हैं। और जीवन प्रभावित हो रहा है।
