देहरादून। उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही बरसात ने पहाड़ों को इतना कमजोर कर दिया है कि जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। कई संपर्क मार्ग बंद हो चुके हैं और कई गांव के लोग फंसे हुए हैं। हालात इतने खराब हैं कि लोग इसे आपदा जैसी स्थिति बता रहे हैं।
देवप्रयाग के पास व्यास घाटी में अचानक एक विशाल पहाड़ी दरक गई। यह घटना इतनी भयावह थी कि पलक झपकते ही सड़क पूरी तरह से मलबे से पट गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पहले हल्की आवाज हुई और देखते ही देखते पूरी पहाड़ी नीचे गिर गई। राम मंदिर के पास हुई इस घटना ने यात्रियों और स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। फिलहाल मार्ग बंद है और कार्यदायी संस्था सड़क को दुरुस्त करने में लगी है, लेकिन इसे खोलने में अभी समय लग सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इस मार्ग पर फिलहाल यात्रा न करें।
इसी बीच उत्तरकाशी जिले से भी एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। धोंतरी कुमार कोर्ट गांव में देवडोली फुलार महोत्सव चल रहा था। ढोल-नगाड़ों की गूंज और नृत्य के बीच बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे। इसी दौरान कुछ ग्रामीण और बच्चे छत की रेलिंग पर खड़े थे। ज्यादा भार पड़ने से रेलिंग अचानक भरभरा कर टूट गई और सभी नीचे जा गिरे। इस हादसे में करीब सात बच्चे घायल हो गए। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। राहत की बात यह है कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।
लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों का संतुलन बिगड़ चुका है। कई जगह घर खतरे की जद में आ गए हैं और आपदा प्रबंधन विभाग लोगों से लगातार सावधानी बरतने की अपील कर रहा है। विभाग ने स्पष्ट कहा है कि ऐसे मौसम में लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
