रानीखेत:: शिक्षिका डा.विनीता खाती की पुस्तक बाल गणित विज्ञान वाटिका का विमोचन नगर के मिशन इंटर कॉलेज सभागार में रंगारंग कार्यक्रम के साथ समपन्न हुआ।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि छावनी परिषद सीईओ कुनाल रोहिला व विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्या डा. जया पांडे ने शिरकत की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि यह पुस्तक बच्चों के लिए उपयोगी साबित होगी।
नगर के मिशन इंटर कॉलेज सभागार में रविवार को दीप प्रज्वलन व राजकीय जूनियर हाईस्कूल गाड़ी की छात्राओं के स्वागत गीत व सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुए भव्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि छावनी परिषद सीईओ कुनाल रोहिला व विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्या डा. जया पांडे सहित अतिथियों ने सामूहिक रूप से डा. विनीता खाती की पुस्तक बाल गणित विज्ञान वाटिका का विमोचन किया।
मुख्य अतिथि सीईओ रोहिला ने कहा कि डा.विनीता द्वारा लिखित पुस्तक विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण एवं उपयोगी सिद्ध होगी।
लेखिका की मेहनत और लगन का परिणाम है कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए सहज ग्राह्य बन पड़ी है। उन्होंने कहा छावनी क्षेत्र में भी पाठ्य सहगामी कार्यक्रमों में डा. विनीता की मदद ली जाएगी।
विशिष्ट अतिथि डा. जया पांडे ने कहा कि वर्तमान में वैज्ञानिक सोच के साथ लेखन जरुरी है। प्रो.अनिल जोशी ने लेखिका को अपनी शिष्या बताते हुए पुस्तक लेखन के लिए शुभकामनाएं दी।
नगर पालिका चिलियानौला चेयरमैन अरुण रावत, छावनी सभासद मोहन नेगी व अतुल अग्रवाल ने डा.विनीता को बहुआयामी व्यक्तित्व बताते हुए भविष्य में सहयोग की बात कही। समारोह की अध्यक्षता करते वरिष्ठ पत्रकार, रंगकर्मी विमल सती ने कहा कि वर्तमान में बाल साहित्य सिमट रहा है।
जरुरत है वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ बाल साहित्य लिखा जाए। उन्होंने पुस्तक को बच्चों के लिए उपयोगी मार्गदर्शिका बतलाया तथा शिक्षकों से बच्चों की रूचि और समझ का स्तर जानकर रचनाकर्म करने की अपील की। समापन संबोधन में डा.विनिता ने अतिथियों सहित सभी का आभार जताया। इस अवसर पर राजकीय जूनियर हाईस्कूल गाड़ी की छात्राओं सहित अन्य विद्यालयी बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किए।
संचालन शिक्षिका ज्योति साह ने किया।
इस मौके पर चिकित्साधिकारी डा.संजय श्रीवास्तव, सुनील मसीह, अमित शर्मा, शिक्षक हरीश फुलोरिया, शिक्षिका गीता जोशी, जगदीश उपाध्याय, जेसी अधिकारी, राम सिंह जनी, देवेंद्र सिंह नेगी, राजेन्द्र पंत, गौरव भट्ट सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
