हो जाइए सतर्क उत्तराखंड के इन जिलों में आज होगी भारी बारिश, जाने पूरा अपडेट

उत्तराखंड में मौसम लगातार बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। मानसूनी बारिश ने लोगों को परेशान कर दिया है। आपदाग्रस्त क्षेत्र में जनजीवन भी प्रभावित…

Screenshot 20250817 110610 Chrome

उत्तराखंड में मौसम लगातार बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। मानसूनी बारिश ने लोगों को परेशान कर दिया है। आपदाग्रस्त क्षेत्र में जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। कई संपर्क मार्ग टूट गए हैं जिसके वजह से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वही मौसम विभाग ने आज कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है और इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया है।

देहरादून मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के सभी जनपदों में अधिकांश स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।


राज्य के देहरादून , बागेश्वर और पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। जिसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और नैनीताल जनपदों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।


प्रदेश के सभी जनपदों में गरज और चमक के साथ भारी बारिश होगी। इसके साथ ही येलो अलर्ट भी जारी किया गया है और लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। राजधानी देहरादून में आंशिक रूप से लेकर आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। हल्के से मध्यम बारिश कुछ क्षेत्रों में हो सकती हैं।


अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमशः 32°C व 24°C के लगभग रहने की संभावना है। आपको बता दे कि इस मानसून सीजन में प्रदेश को काफी नुकसान भी हुआ है मॉनसून सीजन कई जगह है। लोगों पर कहर बनकर टूटा है। कई लोगों की आपदा से मौत हो गई तो कई लोग अभी भी लापता है। प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।

प्रदेश में आपदा से अभी तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है , जबकि 169 सड़कें अभी भी बाधित हैं. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश से आई आपदा में 40 लोग घायल और 13 लोग लापता हैं।


मानसून सीजन में 1594 मकानों का कुछ हिस्सा, 63 मकानों का आधे से अधिक हिस्सा और 40 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उत्तरकाशी धराली में आई आपदा के बाद से रेस्क्यू अभियान जारी है। अभी तक 1308 यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं उत्तरकाशी के धराली में खीरगंगा से आए मलबे से धराली मार्केट का नामोनिशान मिट गया था।

लापता लोगों को तलाशने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है और रेस्क्यू अभियान में स्निफर डॉग और आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।