आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार बारहवीं बार लाल किले से तिरंगा फहराकर देशवासियों को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने एक बार फिर बढ़ते मोटापे पर गंभीर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो आने वाले वर्षों में हर तीसरा व्यक्ति मोटापे की समस्या से जूझ सकता है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि इस खतरे से बचने के लिए जीवनशैली और खाने की आदतों में बदलाव जरूरी है। उन्होंने खास तौर पर कहा कि हर परिवार यह तय करे कि घर में जितना तेल आता है उसे पहले के मुकाबले दस प्रतिशत कम कर दिया जाए। उनका कहना था कि ज्यादा तेल का इस्तेमाल वजन बढ़ाने और मोटापे के खतरे को तेजी से बढ़ा देता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मोटापा शरीर में वसा के असामान्य या जरूरत से ज्यादा जमाव को कहा जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। इसे मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स का उपयोग होता है। भारत में 23 से अधिक बीएमआई होने पर व्यक्ति को ओवरवेट और 25 से ज्यादा होने पर मोटा माना जाता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 2019 से 2021 के आंकड़ों के मुताबिक देश में लगभग चौबीस प्रतिशत महिलाएं और तेईस प्रतिशत पुरुष ओवरवेट या मोटापे से पीड़ित हैं। यह समस्या बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने फिट इंडिया मूवमेंट ईट राइट इंडिया पोषण अभियान और खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं जिनका मकसद लोगों को स्वस्थ खानपान नियमित व्यायाम और सही जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के साथ ही हर व्यक्ति को खुद भी अपनी दिनचर्या और खाने की आदतों में छोटे छोटे बदलाव करने होंगे। जैसे तैलीय और मीठी चीजों का सेवन कम करना ताजी सब्जियां और फल ज्यादा खाना प्रोटीन से भरपूर आहार लेना और पैकेट वाले व प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना।
उन्होंने जोर देकर कहा कि रोजाना आधा घंटा व्यायाम सीढ़ियों का इस्तेमाल पर्याप्त नींद और मोबाइल व टीवी का कम इस्तेमाल भी मोटापा घटाने में मदद करता है। साथ ही सुबह गुनगुना पानी पीना धीरे धीरे और अच्छे से खाना चबाना और हफ्ते में एक दिन हल्का भोजन या डिटॉक्स करना भी लाभकारी हो सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे छोटे छोटे बदलाव लंबे समय में बड़ा असर डालते हैं और इससे न सिर्फ मोटापा नियंत्रित होता है बल्कि शरीर अंदर से भी मजबूत बनता है।
