उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से बेहद दुखद खबर सामने आई है। आपको बता दे की ड्यूटी के दौरान तैनात एक पुलिस सिपाही की मौत हो गई। सिपाही मोनू बाढ़ प्रभावित इलाके में गश्त कर रहा था तभी तेज बहाव में वह बह गया और करीब 24 घंटे बाद करें उसका शव बरामद हुआ।
मोनू की मौत से न सिर्फ उसका परिवार बल्कि पूरा पुलिस विभाग शोक में डूब गया है। क्या है पूरा मामला आगे खबर में जानिए
कैसे हुआ हादसा
यह घटना देर रात करीब 3:30 बजे की है जब थाना डिलारी क्षेत्र के चटकाली गांव में बताया जा रहा है गाजियाबाद निवासी सिपाही मोनू बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गश्त पर था। इस दौरान मछुआरों ने बताया कि किसी ने नदी में जाल डाला है।
सूचना मिलते ही मोनू बिना देरी किए अपने वाहन से मौके पर पहुंचा और जाल हटाने की कोशिश करने लगा। ऐसे में उसका पैर फिसल गया और वह तेज बहाव में बह गया। घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस पीएसी बाढ़ राहत दल और स्थानीय गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची लेकिन बाढ़ का तेज बहाव और पानी की गहराई ने रेस्क्यू टीम की चुनौतियां बढ़ा दी।
इसके बावजूद सभी टीमों ने बिना रुके 24 घंटे तक सर्च ऑपरेशन जारी रखा और सिपाही मोनू का शव बरामद किया गया।
आपको बता दे की मा गाजियाबाद का रहने वाला था जैसे ही उसके बारे में गांव में खबर पहुंची वहां कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीण सभी दर्दनाक हादसे से उबार नहीं पा रहे हैं।
सिपाही मोनू 2018 बैच का जवान था और हाल ही में डिलारी थाने में उसकी तैनाती हुई थी। साथी पुलिसकर्मियों के मुताबिक मोनू बेहद अनुशासित, ईमानदार और ड्यूटी के प्रति समर्पित था। उसके जाने से न सिर्फ उसके परिवार बल्कि पूरे विभाग को गहरा आघात पहुंचा है।
