एक वक्त था जब 10 ग्राम सोने की कीमत ₹30000 के आसपास से फिर धीरे-धीरे आंकड़ा ₹50000 और अभी ₹100000 के ऊपर भी बढ़ गया है। दिल्ली में आज 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 1,02,640 रुपए पर बिक रहा है, जो देशभर के बाकी शहरों में भी लगभग समान है। यानी, 6 सालों में सोने की कीमतों में लगभग 200% का उछाल देखने को मिला है।
अब ऐसे मे सवाल उठा रहा है कि क्या सोना ऐसे ही महंगा होता जाएगा? क्या 10 ग्राम सोने की कीमत ₹200000 से ऊपर हो जाएगी? सोने की बढ़ती हुई कीमत और भविष्य के बारे में संभावना है की सोने की कीमत में तेजी वैश्विक तनाव के कारण से आ रही है।
वर्तमान में रूस-यूक्रेन युद्ध, इरान-इज़रायल टकराव, वैश्विक मंदी की आहट और कोविड-19 के बाद की अनिश्चितताओं ने निवेशकों को अस्थिर बाजारों से बचकर सुरक्षित संपत्ति यानी गोल्ड की ओर रुख करने पर मजबूर किया है।
पारंपरिक रूप से भारतीय बाजार में सोना एक भावात्मक और आर्थिक निवेश है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी इसे ‘सेफ हेवन’ एसेट के रूप में देख रहे हैं।
इसका उदाहरण अप्रैल 2025 में देखने को मिला, जब MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर 10 ग्राम सोना ₹1,01,078 तक पहुंच गया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सोने की कीमतें इसी गति से बढ़ती रहीं (18% प्रतिवर्ष के हिसाब से), तो अगले 5 वर्षों में 10 ग्राम गोल्ड की कीमत ₹2,25,000 से ₹2,50,000 तक पहुंच सकती है।
रिपोर्ट्स का कहना है कि सोने का बाजार अब संभावित समीकरण की स्थिति में प्रवेश कर रहा है। इसका मतलब यह है कि जब तक कोई बड़ा वैश्विक झटका नहीं आता, कीमतों में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिलेगा। ऐसे में अगर आप लॉन्ग टर्म निवेदक है तो सोना अभी एक मजबूत विकल्प माना जा रहा है।
बाजार विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अपने पोर्टफोलियो का 5-10% हिस्सा सोने में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। छोटे निवेशकों के लिए gold etf, डिजिटल गोल्ड या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) जैसे विकल्प भी मौजूद हैं, जो शारीरिक सोने से सुरक्षित और अधिक व्यावसायिक हैं।
