उत्तराखंड के धराली में पांच अगस्त को आई भीषण आपदा के बाद लापता लोगों की तलाश और बचाव का आज सातवां दिन है। इस आपदा में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब तक बारह सौ से ज्यादा लोगों को गंगोत्री धाम से निकालकर उत्तरकाशी और देहरादून पहुंचाया गया है। इनमें धराली और हर्षिल के स्थानीय लोग शामिल हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के अन्य जिलों और अलग अलग राज्यों से आए तीर्थयात्री भी थे। सरकार ने अब लापता लोगों की ताजा जानकारी साझा की है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि गंगोत्री धाम में फंसे लगभग बारह सौ अठहत्तर लोगों का सफल रेस्क्यू हो चुका है। इनमें दूसरे राज्यों के लोग भी हैं। फिलहाल सभी पर्यटकों और फंसे हुए लोगों को निकाल लिया गया है। हर्षिल और धराली में बिजली और मोबाइल नेटवर्क चालू कर दिया गया है। बेली ब्रिज की मरम्मत पूरी हो गई है और सोमवार शाम तक सड़क संपर्क पूरी तरह से बहाल हो जाएगा। राहत सामग्री, गर्म कपड़े और रोजमर्रा का सामान प्रभावित इलाकों में पहुंचा दिया गया है। जिला प्रशासन हालात पर लगातार नजर रख रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा घोषित पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद का वितरण सोमवार से शुरू हो गया है। राहत और पुनर्वास पैकेज तय करने के लिए मुख्यमंत्री धामी की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय टीम धराली पहुंच चुकी है। यह टीम एक हफ्ते में प्रारंभिक रिपोर्ट और एक महीने में अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी।
मंडलायुक्त रविशंकर पांडे ने बताया कि धराली आपदा में शुरू में तैंतालीस लोगों के लापता होने की सूचना थी। इनमें से धराली गांव के युवक आकाश पंवार का शव बरामद हुआ है। बाकी बचे बयालीस लोगों में नौ सैनिक, आठ धराली के स्थानीय लोग, पांच नजदीकी इलाकों के निवासी, टिहरी जिले का एक व्यक्ति, बिहार के तेरह और उत्तर प्रदेश के छह लोग शामिल हैं। इन सभी के घरों का पता लगाकर उनकी खोज की कोशिश जारी है। इसके अलावा उनतीस नेपाली मजदूरों के लापता होने की भी सूचना मिली थी। इनमें से पांच से संपर्क हो गया है और वे सुरक्षित हैं। बाकी चौबीस के बारे में ठेकेदारों से पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। ठेकेदारों को उनके फोन नंबर और अन्य जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तरकाशी आपदा प्रभावितों के लिए एक महीने का वेतन देने का एलान किया है। आईएएस एसोसिएशन ने भी आर्थिक मदद की घोषणा की है। पीएनबी ने एक करोड़ और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एक करोड़ रुपये की सहायता दी है। धराली में फिलहाल मलबे में दबे लोगों को खोजने का अभियान जारी है।
