धराली आपदा में लगी रेस्क्यू टीम झाला गांव की गर्भवती महिला के लिए देवदूत बनी। महिला को हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी से मातली लाया गया। जहां उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
झाला निवासी 32 वर्षीय गर्भवती प्रियंका को रात प्रसव पीड़ा हुई लेकिन गंगोत्री हाईवे के कई जगह बंद होने की वजह से परिजन उसे अस्पताल नहीं ले जा पाए। सुबह परिजन महिला को लेकर हर्षल हेलीपैड पहुंचे जहां रिस्क कर में लगे हुए जवानों ने तत्काल उसे प्राथमिकता दी और महिला को हेलीकॉप्टर से मातली हेलीपैड भेजा।
जहां एंबुलेंस से महिला को जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में महिला का उपचार चल रहा है। उपचार के बाद महिला की हालत अब सामान्य है। अस्पताल में महिला के अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांच करवाई गई और महिला अभी भी भर्ती है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला को पूरी तरह स्वस्थ होने में अभी टाइम लगेगा और उसके बाद ही से अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। धारली आपदा प्रभावित क्षेत्र में रस की ओर सर्च ऑपरेशन चल रहा है
480 लोगों को आपदाप्रभावित क्षेत्र से रेस्क्यू किया। अब तक 1126 लोगों को निकाला जा चुका है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हर्षिल में माइक्रो हाइड्रो विद्युत परियोजना को चालू कर दिया गया है।
इससे आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल हो चुकी है। मलबे के भीतर दबे लोगों की तलाश के लिए शनिवार सुबह एक ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार भेज दिया गया है। इनकी मदद से मलबे में सटीकता से सर्च आपरेशन चलाया जा सकेगा। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ मलबे में लगातार खुदाई करते हुए तलाशी अभियान चलाए हुए हैं।
