उत्तरकाशी में आई आफत के बीच एक राहत देने वाली खबर आई है। धराली इलाके में फंसे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने अब तक के रेस्क्यू का आधिकारिक ब्योरा जारी कर दिया है। विभाग के सचिव ने बताया कि अब तक कुल दो सौ चौहत्तर टूरिस्टों को गंगोत्री और आसपास के इलाकों से निकालकर हर्षिल पहुंचा दिया गया है। इनमें गुजरात। महाराष्ट्र। मध्य प्रदेश। उत्तर प्रदेश। राजस्थान। दिल्ली। असम। कर्नाटक। तेलंगाना और पंजाब के लोग शामिल हैं। हर्षिल में इन सभी लोगों के खाने। रुकने। इलाज और बाकी ज़रूरतों का इंतजाम किया गया है। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही इन्हें वहां से आगे सुरक्षित जगहों पर भेजा जाएगा।
अब तक एक सौ पैंतीस लोगों को हर्षिल से निकालकर अलग अलग जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। इनमें सौ को उत्तरकाशी और पैंतीस को देहरादून भेजा गया है। गंगोत्री से हर्षिल लाए गए टूरिस्टों में सबसे ज्यादा संख्या गुजरात की है। अकेले गुजरात से एक सौ इकतीस लोग शामिल हैं। वहीं महाराष्ट्र के एक सौ तेईस। मध्य प्रदेश के इक्कीस। उत्तर प्रदेश के बारह। दिल्ली के सात। राजस्थान के छह। असम और कर्नाटक के पांच पांच। तेलंगाना के तीन और पंजाब से एक पर्यटक को रेस्क्यू किया गया है।
धराली और उसके पास के इलाकों में रेस्क्यू अभियान तेज़ी से चल रहा है। राहत कार्यों में जिला प्रशासन के साथ आईटीबीपी। एनडीआरएफ। सेना और आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार जुटी हैं। सेना ने भी इस ऑपरेशन को लेकर चौबीस से अड़तालीस घंटे तक का रेस्क्यू प्लान तैयार किया है। चिनूक और एमआई सत्रह जैसे हेलीकॉप्टर जॉलीग्रांट में तैनात हैं। राहत में लगे जवानों की संख्या दो सौ पच्चीस से ज्यादा बताई जा रही है। टेकला में एक रीको रडार टीम को तैनात किया गया है और दूसरी टीम भी जल्द मैदान में उतरेगी।
इस बीच दूसरी तरफ देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रयागराज में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच चुका है। वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले छह दिन कई राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिससे नदियों का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश से भी चिंता बढ़ाने वाली रिपोर्ट आई है। इस बार के मानसून में अब तक एक सौ निन्यानवे लोगों की जान जा चुकी है। ये मौतें ज्यादातर बारिश और भूस्खलन की वजह से हुई हैं।
