जब आसमान से आई मदद, चिनूक हेलीकॉप्टर ने धराली में मोर्चा संभाला

उत्तरकाशी के धराली गांव में आई तबाही के तीसरे दिन अब हालात कुछ संभलते नजर आ रहे हैं। मौसम खुलते ही रेस्क्यू का पूरा जिम्मा…

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उत्तरकाशी के धराली गांव में आई तबाही के तीसरे दिन अब हालात कुछ संभलते नजर आ रहे हैं। मौसम खुलते ही रेस्क्यू का पूरा जिम्मा अब हेली सेवाओं ने उठा लिया है। एयरफोर्स का चिनूक हेलीकॉप्टर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़कर सीधे धराली पहुंच चुका है। आज आसमान साफ है। धूप भी निकली हुई है। ऐसे में अब रेस्क्यू की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है।

धराली और आस पास के इलाकों में लगातार बारिश के बाद जो हालात बने थे उन्होंने सड़क मार्ग से राहत पहुंचाना मुश्किल कर दिया है। जगह जगह भूस्खलन ने रास्ते बंद कर दिए हैं। इसलिए अब रेस्क्यू का पूरा दारोमदार हवाई रास्तों पर टिक गया है। उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी के सीईओ आशीष चौहान ने बताया कि एयर ऑपरेशन का बेस उत्तरकाशी के मातली को बनाया गया है। यहीं से सभी हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं और फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है।

हरसिल वैली में जैसे ही मौसम साफ हुआ हेलीकॉप्टरों की आवाज से पूरा इलाका गूंज उठा है। सेना और एयरफोर्स के जवान पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरे हैं। चिनूक और एम आई सत्रह हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। सहस्त्रधारा से भी पांच सिविल हेलीकॉप्टर राहत बचाव के लिए लगाए गए हैं। ये हेलीकॉप्टर एसडीआरएफ के साथ मिलकर हरसिल भटवाड़ी और मातली के बीच उड़ रहे हैं।

आईटीबीपी का हेलीपैड भी अब अस्थाई विमानन बेस में तब्दील किया जा रहा है। ताकि रेस्क्यू में कोई रुकावट ना आए। प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक सत्तर से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। जबकि तीन की मौत की पुष्टि हुई है। पचास से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं।

सेना की तरफ से भी बड़ी जानकारी सामने आई है। हर्षिल स्थित सेना के कैंप से एक जेसीओ और आठ जवान लापता बताए गए हैं। अब तक तीन आम लोगों और नौ सैनिकों को हेलीकॉप्टर के जरिए देहरादून पहुंचाया गया है। जिनमें से तीन गंभीर रूप से घायल नागरिकों को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। आठ नागरिक इस वक्त उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में भर्ती हैं। दो शव और बरामद हुए हैं। जिससे मरने वालों की संख्या अब पांच हो गई है।

पूरी हर्सिल घाटी में हवाई रेस्क्यू लगातार जारी है। और हर पल फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है। मौसम साथ दे रहा है। तो उम्मीद है कि राहत और तेज होगी।