मसूरी में बारिश ने उजाड़ा एक और घर,परिवार तो बच गया लेकिन मलबे में दफन हो गया सबकुछ

उत्तराखंड में बरसात ने फिर कहर बरपाया है। मसूरी में बुधवार की शाम पेट्रोल पंप के पास बने एक घर की दीवार अचानक ढह गई।…

उत्तराखंड में बरसात ने फिर कहर बरपाया है। मसूरी में बुधवार की शाम पेट्रोल पंप के पास बने एक घर की दीवार अचानक ढह गई। कुछ ही सेकंड में पूरा मकान टूटकर जमीन पर बिखर गया। उस वक्त घर में छह लोग थे लेकिन वक्त रहते वो किसी तरह बाहर निकल आए। उनकी जान तो बच गई लेकिन घर के भीतर रखा हुआ हर सामान मलबे में तब्दील हो गया। हादसे के बाद इलाके में लोग सहमे हुए हैं।

घटना के बाद आस-पास के लोग डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि अगर घरवाले भागने में चूक जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था। शाहीद और सूरज नाम के स्थानीय लोगों ने बताया कि पास में बहने वाला नाला बहुत दिनों से जाम पड़ा है। बारिश का पानी निकल नहीं पाया और उसका बहाव बस्ती की तरफ मुड़ गया जिससे ज़मीन खिसकी और मकान गिर गया। इससे पहले भी नेपाली बस्ती में एक मकान को नुकसान पहुंचा था लेकिन अब तो पूरा घर ही ढह गया।

घटना की खबर मिलते ही नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंच गई। ईओ तनवीर मारवाह के नेतृत्व में टीम ने पूरे हालात का जायजा लिया। जिन लोगों का घर गिरा उन्हें सुरक्षित जगह भेजा गया है। उनके रहने खाने का इंतजाम भी प्रशासन की तरफ से कर दिया गया है। ईओ तनवीर मारवाह का कहना है कि पीड़ित परिवारों को नियमों के हिसाब से मदद दी जाएगी और जल्दी ही आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इसके साथ ही नाले को खोलने का काम भी तेज कर दिया गया है। जहां अतिक्रमण है वहां से निर्माण हटाने की तैयारी चल रही है।

व्यापार मंडल के महामंत्री जगजीत कुकरेजा और कांग्रेस मसूरी अध्यक्ष अमित गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार से मुलाकात की और कहा कि अगर नालों की सफाई नहीं हुई तो हालात और बिगड़ेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बस्ती और आस-पास की जगहों का सर्वे कराया जाए। जो घर कमजोर हालत में हैं उन्हें चिन्हित किया जाए और नालों की सफाई, जल निकासी और सड़कों के किनारे हुए अवैध कब्जों को हटाने का काम तुरंत शुरू किया जाए।