हिमाचल प्रदेश में इन दिनों बारिश कहर बनकर टूट रही है। किन्नौर जिले के तांगलिंग इलाके में किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर अचानक बादल फट गया जिससे भारी तबाही मच गई। ट्रैक का बड़ा हिस्सा पानी में बह गया और कई श्रद्धालु बीच रास्ते में फंस गए हैं। हालात बिगड़ने के बाद जिला प्रशासन ने यात्रा को अगली सूचना तक रोक दिया है।
बारिश इतनी जबरदस्त हुई कि कई जगह रास्ते बंद हो गए। इधर इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस की 17वीं बटालियन ने कमान संभाली और रस्सी के सहारे लोगों को निकालना शुरू किया। अब तक चार सौ से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है। वहीं रिब्बा नाले में पानी का बहाव इतना तेज था कि पंद्रह मीटर तक नेशनल हाईवे टूट गया। सांगला घाटी के चार नालों में बाढ़ आई और दो पैदल पुल भी बह गए।
आईटीबीपी के साथ एनडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू में लगी है। आज सुबह जिला प्रशासन को जानकारी मिली कि रास्ते में लोग फंसे हैं। इसके बाद आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम दोबारा मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। आईटीबीपी लगातार प्रशासन और बाकी एजेंसियों के साथ मिलकर राहत कार्य में लगी हुई है।
इधर मौसम विभाग ने हिमाचल के कई इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने कहा है कि ग्यारह अगस्त तक बारिश थमने के आसार नहीं हैं। मंगलवार को शिमला में रुक रुक कर हल्की बारिश होती रही। सुंदरनगर भुंतर धर्मशाला नाहन कांगड़ा और मंडी में भी पानी गिरा।
