भारी बारिश से केदारनाथ यात्रा रोकी गई, रास्ते बंद,श्रद्धालुओं को जहां हैं वहीं रुकने की हिदायत

केदारनाथ जाने वाला रास्ता भारी बारिश के चलते बंद हो गया है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मलबा और पत्थर गिरने से हाईवे पूरी तरह…

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केदारनाथ जाने वाला रास्ता भारी बारिश के चलते बंद हो गया है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मलबा और पत्थर गिरने से हाईवे पूरी तरह बाधित है। ऊपर से मंदाकिनी नदी भी उफान पर है। एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया है कि लोगों और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को अगले आदेश तक रोका गया है। जो श्रद्धालु रास्ते में हैं उन्हें जहां हैं वहीं सुरक्षित रुकवाया गया है। गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल चलने वाले रास्ते पर भी कई जगह पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। इसी वजह से आवाजाही बंद कर दी गई है।

एसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि जिले भर में पुलिस तैनात है और हर जगह अलर्ट जारी है। मंदाकिनी और अलकनंदा नदियों का जलस्तर काफी बढ़ चुका है। लोगों को हिदायत दी गई है कि वे नदी के पास न जाएं। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने अपील की है कि कोई भी बिना जरूरत यात्रा न करे और जो जहां है वहीं रुका रहे।

लगातार मूसलाधार बारिश की वजह से पहाड़ों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी किनारे के सारे घाट और रास्ते जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन ने किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी के किनारे भगवान शिव की 15 फीट ऊंची प्रतिमा है जो नदी से करीब 30 मीटर दूर है। लेकिन पानी का स्तर इतना बढ़ चुका है कि अब उस मूर्ति का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। अगर बारिश ऐसे ही चलती रही तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

उत्तराखंड में बारिश कहर बनकर टूटी है। उत्तरकाशी के धराली गांव में जो आपदा आई है उसने पूरे देश को झकझोर दिया है। राहत और बचाव का काम जारी है। वहीं प्रदेश के कई इलाकों में रास्ते बंद होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।