उत्तरकाशी की हर्षिल घाटी में भी कहर बनकर टूटा बादल, धराली के बाद यहां मचा भारी कोहराम

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सोमवार को आसमान से मौत बरसी। हर्षिल घाटी में मूसलाधार बारिश के बाद हालात बेकाबू हो गए। धराली गांव की…

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सोमवार को आसमान से मौत बरसी। हर्षिल घाटी में मूसलाधार बारिश के बाद हालात बेकाबू हो गए। धराली गांव की खीरगाढ़ में ऐसा सैलाब आया कि पूरे इलाके की तस्वीर बदल गई। मकान, दुकानें, होटल, बगीचे सबकुछ देखते ही देखते बह गए। लोग जान बचाने के लिए इधर उधर भागते नजर आए। कुछ लोग घरों में ही फंसे रह गए, कोई आवाज नहीं पहुंची, कोई मदद नहीं आई, और सबकुछ मलबे में तब्दील हो गया।

धराली की तबाही के साथ ही कुछ किलोमीटर दूर हर्षिल में भी आसमान फटा। वहां आर्मी बेस कैंप के पास तेज आवाज के साथ बादल फटा। जिसके बाद पूरा जंगल और वहां से गुजरता नाला देखते ही देखते रौद्र रूप में आ गया। पेड़ पौधे सब बह गए। कुछ मकान भी मलबे में समा गए, मलबा बहकर सीधे भागीरथी में जा पहुंचा। वहां जनहानि की पक्की जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन जो मंजर था उसने सबको डरा दिया।

सुक्की टॉप के सामने अवाना इलाके में भी हालात कुछ अलग नहीं रहे। यहां भी गाढ़ में मटमैला सैलाब उठा जो अपने साथ भारी मलबा और पत्थर लाता दिखाई दिया। जिसने वहां मौजूद लोगों को सहमा दिया। गंगोत्री हाईवे पर कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं। मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर रास्तों पर गिर चुके हैं। प्रशासन ने बीआरओ को तुरंत रास्ता साफ करने को कहा है।

जिला प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान राहत और बचाव में लगे हैं, धराली और आसपास के गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अब तक करीब 20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। लेकिन कई अभी भी लापता हैं। कुछ के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। बाकी की तलाश जारी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकार की नजर पूरी घटना पर है। हर पल हालात की जानकारी ली जा रही है। उत्तरकाशी के लोगों के लिए यह दिन किसी डरावने सपने से कम नहीं रहा। हर तरफ तबाही का मंजर है, और बादल अभी भी बरस रहे हैं।