धराली त्रासदी पर कांग्रेस नेताओं की गहरी चिंता, सरकार से की तत्काल राहत कार्यों की मांग

धराली त्रासदी पर कांग्रेस नेताओं की गहरी चिंता, सरकार से की तत्काल राहत कार्यों की मांग देहरादून। उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने…

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धराली त्रासदी पर कांग्रेस नेताओं की गहरी चिंता, सरकार से की तत्काल राहत कार्यों की मांग

देहरादून। उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने के बाद आई विनाशकारी बाढ़ को लेकर कांग्रेस नेताओं ने दुख और चिंता जताई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने इस प्राकृतिक आपदा को अत्यंत गंभीर बताया और कहा कि जिन परिवारों ने इस हादसे में अपने परिजन खोए हैं, उनके प्रति वे गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जो लोग अभी लापता हैं, वे जल्द सुरक्षित मिलें और प्रशासन राहत कार्यों में पूरी मुस्तैदी से जुटे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने इस घटना को बेहद पीड़ादायक बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से खीरगंगा की ओर से मलबे का सैलाब बेकाबू होकर धराली में घुसा और लोगों के घरों, होटलों को चपेट में लिया, वह हालात की भयावहता को दर्शाता है। माहरा ने प्रशासन से मांग की है कि जानमाल के नुकसान का जल्द आकलन कर राहत कार्यों को तेज किया जाए।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस आपदा पर चिंता जताते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और यह समय है कि इन घटनाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझा जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह के निर्माण कार्य घाटियों और संवेदनशील इलाकों में हो रहे हैं, वे भी आपदाओं को न्योता दे रहे हैं। उन्होंने केदारनाथ आपदा की याद दिलाते हुए कहा कि उसी तरह का मंजर अब धराली में भी देखा गया है।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार से अपील की है कि प्रभावितों तक जल्द से जल्द हर जरूरी मदद पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो दृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे साफ पता चलता है कि सैलाब के कारण गांव का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह उजड़ गया है। कई लोगों के जान गंवाने की आशंका भी जताई जा रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि हालात की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों में कोई ढिलाई न बरती जाए।

गोदियाल ने कहा कि ऐसे वक्त में प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं की भी जिम्मेदारी है कि वे एकजुट होकर मदद में जुटें। उन्होंने सभी से अपील की कि इस कठिन घड़ी में पीड़ितों के साथ खड़े हों और जो भी संसाधन संभव हो, उन्हें मौके पर भेजा जाए ताकि घायलों को इलाज और लापता लोगों की खोज तुरंत शुरू की जा सके।