उत्तराखंड में 60 से भी ज्यादा सड़के हुई अवरुद्ध, उफनाए नदी नाले, यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे जगह-जगह बंद

यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह पर बंद कर दिया गया है। यमुनोत्री हाईवे रानाचट्टी, स्यानाचट्टी व पाली गाड के पास मलबा आने के कारण…

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यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह पर बंद कर दिया गया है। यमुनोत्री हाईवे रानाचट्टी, स्यानाचट्टी व पाली गाड के पास मलबा आने के कारण मार्ग बाधित है। वही गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग देवरानी के पास मालवा व पत्थर आ जाने की वजह से मार्ग अवरुद्ध हो गया है।

हाईवे को सुचारू रूप से शुरू करने के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में बारिश के बाद मालवा आने की वजह से तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 59 सड़कें बंद हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की 36 सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में मलघट के पास मलबा आया है।

इसी जिले में धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग किलोमीटर 56.700 पर बड़े पत्थर आने से बंद है।
जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर मार्ग में भी जगह-जगह पर बड़े पत्थर आ गए हैं वहीं जिले के थल-मुनस्यारी मार्ग के किलोमीटर 166.171 पर मलबा आ गया है। जिले में कुल 19 सड़कें बंद हैं।


वही देहरादून जिले में पांच, अल्मोड़ा में एक, बागेश्वर में चार, चमोली में आठ, नैनीताल में एक, पौड़ी में पांच, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी में एक और उत्तरकाशी में 11 साल के बंद कर दी गई हैं।
उत्तराखंड में सुबह से ही जोरदार बारिश हो रही है मौसम विज्ञान का कहना है कि पूर्वानुमान के अनुसार नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिले में भारी से भी ज्यादा बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी जोरदार बारिश होने के आसार हैं।


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया, पांच अगस्त तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश होने की संंभावना है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश होने से परेशानियां बढ़ सकती है। हिदायत देते हुए कहा, आवश्यक न हो तो पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से बचें।