देशभर के छोटे और सीमांत किसानों के लिए दो अगस्त का दिन बहुत बड़ा बन गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत शनिवार को देश के करीब साढ़े नौ करोड़ किसानों को दो हजार रुपये की किस्त भेज दी गई है। यह योजना उन किसानों के लिए है जो अपने छोटे खेतों में मेहनत करके फसल उगाते हैं और खेती के खर्चों को उठाना उनके लिए मुश्किल होता है। ऐसे में केंद्र सरकार की यह मदद उन्हें थोड़ी राहत देती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से बीसवीं किस्त की शुरुआत की। सरकार की तरफ से कुल बीस हजार पांच सौ करोड़ रुपये की रकम सीधी किसानों के खातों में पहुंचाई गई है। पैसे सीधे डीबीटी के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं ताकि बीच में कोई गड़बड़ी न हो और हर किसान को उसका हक मिले। जिनके आधार से बैंक खाता जुड़ा है उन्हें ये रकम मिल चुकी है।
इस बार सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश के किसानों को मिला है। राज्य सरकार के मुताबिक करीब दो करोड़ पच्चीस लाख किसानों के खातों में चार हजार नौ सौ पचासी करोड़ से ज्यादा की रकम डाली गई है। यूपी हमेशा से इस योजना में आगे रहा है और यहां के किसान लगातार इसका लाभ लेते आ रहे हैं।
पीएम किसान योजना के तहत हर साल किसानों को छह हजार रुपये मिलते हैं। ये रकम साल में तीन बार दी जाती है। हर चार महीने पर दो हजार रुपये की किस्त किसानों को मिलती है। यह योजना साल दो हजार उन्नीस में शुरू हुई थी और अब तक करोड़ों किसान इसका फायदा उठा चुके हैं।
इससे पहले उन्नीसवीं किस्त फरवरी में आई थी। तब भी करीब नौ करोड़ किसानों को सहायता राशि मिली थी। इसके बाद से किसान अगली किस्त का इंतजार कर रहे थे जो अब जाकर खत्म हुआ है। आज उनके लिए किसी त्यौहार से कम नहीं है।
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके खाते में पैसे आए या नहीं तो इसके लिए सरकारी वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। वेबसाइट पर जाकर बेनिफिशियरी स्टेटस वाले हिस्से में अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर जानकारी मिल जाती है। अगर पैसे नहीं आए हैं तो उसकी वजह भी वहीं बताई जाती है। कई बार आधार से जुड़ी गड़बड़ी या बैंक खाते की दिक्कत वजह बनती है।
सरकार का कहना है कि यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई थी। आने वाले वक्त में इसे और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी।
