उन्नाव के बांगरमऊ सीएचसी में एक मां और नवजात की मौत का बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां महिला ने बच्चें को जन्म दिया। जिसकी प्रसव के दूसरे दिन ही बच्चे की तबीयत खराब होने की वजह से मौत हो गई।
मां यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई वह नवजात का शव छाती से लगाकर बुरी तरह चीखी और बेहोश होकर गिर गई फिर डॉक्टर ने जब जांच की तो पता चला की मां के भी प्राण निकल गए हैं।
मां व बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजन दोनों के शवों को लेकर घर चले गए।
डॉक्टरों का मानना है कि नवजात को किसी ने ऊपर से दूध पिलाया था। वह उसकी सांस नली में चला गया, इसलिए उसकी मौत हो गई।
32 वर्षीय ज्योति देवी बांगरमऊ के गौरैया कला के मजरा फतेहपुर निवासी थी। दोपहर लगभग 1:00 बजे उसे प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद परिजन उसकी बांगरमऊ सीएचसी अस्पताल लेकर चले गए जहां उसकी आधे घंटे के बाद नार्मल डिलीवरी हुई। सब कुछ समान्य था।
उसका बेटा भी ठीक था लेकिन शुक्रवार सुबह 4:00 बजे बच्चों की तबीयत खराब हो गई डॉक्टरों ने कोशिश की लेकिन उसके बाद भी उसकी मौत हो गई। ज्योति ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई।वह बच्चें के शव को सीने से लगाकर चीखी और बेहोश हो गई।
इसके बाद पता चला कि उसकी भी मौत हो गई है।
परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। परिजन रोते-बिलखते दोनों के शव को घर लेकर चले गए। परिजन ने बताया कि ज्योति के यह दूसरा बच्चा था। उसकी एक तीन साल की बेटी भी है।
सीएचसी अधीक्षक डा. मुकेश ने बताया कि ड्यूटी डॉक्टर ने जानकारी दी कि बच्चे की मौत दूध के सांस नली में चले जाने की वजह से हुई है।
