हैदराबाद के नामपल्ली इलाके में एक ऐसी खौफनाक सच्चाई सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। एक सुनसान पड़े मकान से बरामद हुए मानव कंकाल ने 10 साल पुरानी एक रहस्यमयी मौत का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक यह कंकाल संभवतः उसी घर में रहने वाले अमीर खान का है, जिनकी मौत करीब एक दशक पहले हो चुकी थी, लेकिन इस दौरान किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।
इस पूरी घटना का खुलासा तब हुआ जब एक स्थानीय बच्चा क्रिकेट खेलते हुए गलती से अपनी गेंद उस सुनसान मकान में फेंक बैठा। गेंद लेने के लिए जब वह अंदर गया तो वहां का दृश्य देखकर दंग रह गया। बच्चा जो वीडियो रिकॉर्ड कर लाया, उसमें एक मानव कंकाल पेट के बल जमीन पर पड़ा दिखाई दिया। आसपास बिखरे पुराने बर्तन, जली हुई दीवारें और सड़ चुकी चीजें किसी लंबे समय से बेजान पड़े घर की गवाही दे रहे थे।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घर की तलाशी में उन्हें एक पुराना नोकिया मोबाइल फोन मिला, जिसकी बैटरी खराब हो चुकी थी। मरम्मत के बाद जब फोन चालू किया गया, तो उसमें 2015 की कुल 84 मिस्ड कॉल्स दर्ज थीं। इसके अलावा तकिये के नीचे नोटबंदी से पहले के पुराने नोट भी बरामद हुए, जिससे इस बात के संकेत मिले कि मौत वर्ष 2016 से पहले ही हो गई थी।
एसीपी किशन कुमार ने बताया कि मृतक अमीर खान की उम्र करीब 50 वर्ष रही होगी। वह अविवाहित था और संभवतः मानसिक रूप से अस्वस्थ भी था। घटनास्थल से किसी संघर्ष या हत्या के निशान नहीं मिले, जिससे पुलिस फिलहाल इसे स्वाभाविक मृत्यु मान रही है।
मृतक के छोटे भाई शादाब ने अंगूठी और पहने हुए कपड़ों के आधार पर शव की पहचान की। वह वर्षों से पास की दुकानों से किराया वसूलने का काम करता रहा, लेकिन उसे कभी यह अंदेशा नहीं हुआ कि उसका बड़ा भाई उसी सुनसान मकान में मृत पड़ा हो सकता है।
फॉरेंसिक टीम और क्राइम सीन स्पेशलिस्ट्स ने मौके से मानव अवशेष समेत सभी अहम साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं। डीएनए जांच के लिए सैंपल भेज दिए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कंकाल वाकई अमीर खान का ही है। इस रहस्य से पर्दा तो उठ गया है, लेकिन यह सवाल अब भी जिंदा है कि कैसे कोई व्यक्ति इतने सालों तक बिना किसी को खबर लगे, इस तरह गुमनामी में मर गया।
